कोलकाता के जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) और कम्युनिस्ट पार्टी की स्टूडेंट विंग SFI समर्थक छात्रों के बीच सोमवार को मारपीट हो गई। कुछ वीडियो सामने आए हैं जिसमें लड़के-लड़कियां एक-दूसरे के साथ हाथापाई करते हुए नजर आ रहे हैं। जादवपुर यूनिवर्सिटी में पिछले 5 साल से छात्र संघ के चुनाव नहीं हुए हैं। स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) सहित दूसरे स्टूडेंट फ्रंट राज्य की ममता बनर्जी सरकार से चुनाव की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं। इससे पहले 1 मार्च को राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु यूनिवर्सिटी में ही एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। छात्रों को जब इसकी जानकारी मिली तो वे उनसे मिलने पहुंचे और मांगपत्र सौंपा। छात्र कुछ बात करना चाहते थे इसके लिए उन्होंने मंत्री का काफिला रोक दिया। कुछ छात्र उनकी गाड़ी पर चढ़ गए। मंत्री बसु छात्रों की डिमांड पर कुछ देर रुक गए। भीड़ और हंगामा देखकर बसु की तबीयत बिगड़ गई। इस पर TMC के स्टूडेंट विंग ने आरोप लगाया कि मंत्री के साथ बदसलूकी हुई। TMC की शिकायत पर पुलिस ने 7 FIR दर्ज की है और एक शख्स को गिरफ्तार किया है। वहीं SFI के छात्रों का कहना है कि 1 मार्च को यूनिवर्सिटी में TMC स्टूडेंट विंग के ऑफिस शिक्षाबंधु में आग लगाई गई थी। कैंपस में हिंसा और तोड़फोड़ की भी घटना हुई है। इसमें SFI के छात्रों का कोई हाथ नहीं है। सरकार TMC की है इसलिए साजिश के तहत एकतरफा पुलिस कार्रवाई की जा रही है। जादवपुर यूनिवर्सिटी हंगामे की तस्वीरें यूनिवर्सिटी में सुरक्षा बढ़ाई गई, हेल्पलाइन नंबर जारी
जादवपुर यूनिवर्सिटी में 3 मार्च से हायर सेकेंडरी एग्जाम भी शुरू होने हैं। ऐसे में किसी भी तरह का हंगामा न हो, इसके लिए कोलकाता पुलिस ने यूनिवर्सिटी की सुरक्षा बढ़ा दी है। सीनियर पुलिस ऑफिसर ने कहा- मैं हर कैंडिडेट को आश्वस्त करता हूं कि हमारे पास अच्छे अरेंजमेंट हैं। परीक्षा देने वालों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। इधर, SFI ने भी स्पष्ट किया कि 3 मार्च से शुरू होने वाले एग्जाम में बाधा नहीं डालेंगे। बल्कि एग्जाम सेंटर के बाहर छात्रों की सहायता के लिए सपोर्ट कैंप लगाए जाएंगे। पूरा विवाद समझिए बसु बोले- SFI का असली रूप अलोकतांत्रिक और अनियंत्रित है
घटना को लेकर बसु ने कहा, ‘विरोध प्रदर्शन से साफ नजर आया है कि SFI का असली रूप अलोकतांत्रिक और अनियंत्रित है। इन लोगों ने शिक्षण समुदाय के खिलाफ नारे लगाए। उन्होंने कहा- आज जो लोग देश के भगवाकरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, जो लोकतंत्र के लिए लड़ने, फासीवाद के खिलाफ लड़ने के बड़े-बड़े दावे कर रहे थे। उन्होंने आज मेरे और शिक्षक समुदाय के सदस्यों के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए फासीवादी ताकतों से हाथ मिला लिया। क्योंकि हम उनके दबाव की रणनीति, उनकी धमकाने वाली रणनीति के आगे नहीं झुके। बसु बोले- राम और बाम ने हाथ मिला लिया
बसु ने कहा- राम और वाम ने कॉलेज कैंपस में शांतिपूर्ण माहौल को बाधित करने के लिए हाथ मिलाया। उन्होंने हमारे एक सदस्य के साथ मारपीट की। घटना पर TMC महासचिव कुणाल घोष ने कहा- छात्रों के एक वर्ग ने एक प्रोफेसर प्रदीप्त मुखोपाध्याय के साथ दुर्व्यवहार किया। जिन लोगों ने उनका मजाक उड़ाया, उनसे सख्ती से निपटा जाएगा। सत्तारूढ़ पार्टी के शिष्टाचार को कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए। असभ्य व्यवहार के किसी भी कृत्य से उचित तरीके से निपटा जाना चाहिए। SFI लीडर ने कहा- TMC के लोगों ने हंगामा किया
SFI नेता कौशिकी भट्टाचार्य ने कहा- छात्र बसु से केवल चर्चा करना चाहते थे, उनकी एकमात्र मांग थी कि छात्र संघ चुनाव जल्द से जल्द कराए जाएं। हमने हिंसा का सहारा नहीं लिया। यह TMC के बाहरी लोग थे, जिन्होंने परिसर में अपने कुछ समर्थकों के साथ मिलकर हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला किया और हमारे खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। घटना के विरोध में TMC नेताओं का प्रदर्शन
जादवपुर विश्वविद्यालय की घटना पर शनिवार रात TMC नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। टीएमसी नेता सायोनी घोष ने हमले की निंदा। उन्होंने कहा- मंत्री बसु की कार की विंडस्क्रीन क्षतिग्रस्त है। इसके पीछे SFI सदस्य जिम्मेदार हैं। कोलकाता से जुड़ी अन्य खबरें… कोलकाता में 3 लाश मिली, नसें कटीं, गर्दन पर घाव: पुलिस बोली- पतियों ने खबर दी, हमें इन्हीं पर शक; बचने के लिए अपना एक्सीडेंट करवाया कोलकाता में 19 फरवरी को एक ही परिवार की 14 साल की लड़की और दो महिलाओं की लाश मिली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इनकी हत्या की साजिश की आशंका जताई गई है। रिपोर्ट में बताया गया कि दोनों महिलाओं की नसें कटी हुई थीं और गर्दन पर घाव के गहरे निशान थे। नाबालिग की मौत जहर खाने से हुई थी। पूरी खबर पढ़ें…
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