वक्फ संशोधन बिल संसद से पास हो गया है। इसका विपक्ष और मुस्लिम समुदाय के लोग विरोध कर रहे हैं। बिल पास होने के बाद आज पहला जुमा है। ऐसे में मस्जिदों के बाहर भीड़ इकट्ठा होगी। इसे देखते हुए यूपी में हाई अलर्ट है। मथुरा-वाराणसी समेत 40 जिलों में पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है। लखनऊ में दरगाहों और मस्जिदों की ड्रोन से निगरानी की जा रही है। वहीं, ज्ञानवापी के पैरोकार एसएम यासीन ने कहा – इस नए बिल से प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट (पूजा स्थल अधिनियम) कमजोर होगा। मुस्लिम ही नहीं, अन्य धर्मों के पूजा स्थल भी सरकार की जमीनों, पार्कों और सड़कों पर हैं। नियम सभी के लिए बराबर होने चाहिए। इधर, वक्फ बिल पर बसपा प्रमुख मायावती ने कहा – भाजपा सरकार ने बिल को जल्दबाजी में लाया है। अगर इसे समझने के लिए जनता को और समय दिया जाता तो अच्छा होता। अगर इसका दुरुपयोग हुआ, तो बसपा मुसलमानों के साथ खड़ी होगी। 2 तस्वीरें देखिए- प्रदेशभर से जुड़े अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए…
वक्फ बिल का विरोध, 6 मुस्लिम नेताओं ने JDU छोड़ी:बोले- मुख्यमंत्री ने भरोसा तोड़ा; पप्पू यादव ने कहा- वोटिंग तक ही नीतीश BJP की जरूरत
JDU ने वक्फ संशोधन बिल पर मोदी सरकार का समर्थन किया है। इसके बाद से CM नीतीश कुमार की पार्टी में घमासान मचा हुआ है। बगावत शुरू हो गई है। एक के बाद मुस्लिम नेताओं का इस्तीफा जारी है। अब तक बिल को समर्थन देने से नाराज 6 मुस्लिम नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है। इनमें पूर्व प्रदेश सचिव एम. राजू नैयर, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव मोहम्मद शाहनवाज मलिक, बेतिया जिला के उपाध्यक्ष नदींम अख्तर, प्रदेश महासचिव सिए मो. तबरेज सिद्दीकी अलीग, भोजपुर से पार्टी सदस्य मो. दिलशान राईन , और खुद को मोतिहारी के ढाका विधानसभा सीट से पूर्व प्रत्याशी बताने वाले मोहम्मद कासिम अंसारी शामिल हैं। मुस्लिम नेताओं ने वक्फ बिल पर समर्थन पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि पार्टी ने लाखों मुसलमानों का भरोसा तोड़ा है। हालांकि, पार्टी ने दावों को खारिज किया है। इधर, बिल पर जदयू के समर्थन को लेकर पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा कि- ‘नीतीश कुमार सेक्युलर थे, हैं और रहेंगे.. लेकिन पार्टी के नेता नहीं है। वो आरक्षण विरोधी हैं। उनका पार्टी पर कोई कंट्रोल नहीं है।’ मुस्लिम नेताओं में नाराजगी, बोले- नीतीश ने भरोसा तोड़ा मोहम्मद कासिम अंसारी ने CM को लिखे पत्र में कहा, ‘वक्फ बिल पर समर्थन देकर JDU ने अपनी सेक्युलर छवि वाला भरोसा तोड़ा है। लाखों मुसलमानों का यकीन टूटा है। साथ ही लोकसभा में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के दिए भाषण से भी लोग आहत हुए हैं।’ वहीं, मोहम्मद शाहनवाज मलिक ने कहा, ‘JDU के समर्थन से लाखों-करोड़ों मुस्लिमों को धक्का लगा है। ललन सिंह के बयान काफी दुख हुआ है। मैं कई साल तक इस पार्टी में रहा। लेकिन अब इस्तीफा दे रहा हूं।’ 2 पूर्व MLC पहले ही जता चुके नाराजगी कानूनी लड़ाई लड़ने की चेतावनी एदारा-ए-शरिया के अध्यक्ष और JDU नेता पूर्व MLC मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने वक्फ बिल पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि-‘अब कम्युनल और सेक्युलर में कोई फर्क नहीं रह गया है। इदारे शरिया देश के सभी हाई कोर्ट में लीगल सेल की बैठक करेगी। इस पर जल्द फैसला लेगी। दीवार पर लिखने से नहीं दिमाग से काम लेना होगा।’ वक्फ बोर्ड की जमीन छीनने की कोशिश वहीं, CM नीतीश कुमार के करीबी JDUयू MLC गुलाम गौस भी इस बिल का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘BJP की सरकार हमेशा मुस्लिमों के खिलाफ ही काम करती है। इस बिल के जरिए वक्फ बोर्ड की जमीन को छीनने की कोशिश की जा रही है। वक्फ के पास जो जमीन है, उससे मुसलमानों की भलाई के लिए कई कार्यक्रम चलाए जाते हैं।’ बिहार में वक्फ की जमीन पर कई आवासीय विद्यालय बनाए गए हैं। जहां छात्र पढ़ते हैं। केंद्र सरकार ने पहले मौलाना आजाद फाउंडेशन का स्कॉलरशिप बंद किया। उसके बाद अल्पसंख्यकों के लिए बजट में कटौती की। मुसलमानों के लिए केंद्र सरकार ने पहले तीन तलाक, घर वापसी जैसे नियम बनाए। सिर्फ मुसलमानों में ही सुधार की जरूरत नहीं है। देश भर में 7 लाख एकड़ वक्फ की भूमि पर केंद्र की नजर है। JDU बोली- पार्टी से लेना-देना नहीं JDU की ओर से इन इस्तीफों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा गया है कि मोहम्मद कासिम अंसारी और नवाज मलिक पार्टी के किसी भी आधिकारिक पद पर नहीं हैं। पार्टी ने स्पष्ट किया कि इन दोनों नेताओं का JDU के संगठनात्मक ढांचे से कोई लेना-देना नहीं है। जदयू के जिला अध्यक्ष मंजू देवी ने कहा है कि डॉ. कासिम अंसारी अब पार्टी के सदस्य नहीं हैं। कासिम अंसारी की एक तस्वीर साझा करते हुए ढाका प्रखंड अध्यक्ष नेहाल ने आरोप लगाया कि वे कांग्रेस नेताओं के साथ दिख रहे हैं। नेहाल ने कासिम अंसारी को जदयू की सदस्यता से जुड़े प्रमाण पेश करने की चुनौती भी दी। बताया जा रहा है कि जदयू की टिकट पर उन्होंने कभी चुनाव लड़ा ही नहीं। डॉ. कासिम अंसारी ने राजनीति में अपनी पहचान बनाने के लिए पहले AIMIM का दामन थामा था, लेकिन जब वहां से टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय चुनाव लड़ा। कासिम की जमानत जब्त हो गई थी। चर्चा ये भी है कि अगर उन्हें पार्टी से इस्तीफा देना था तो जिला अध्यक्ष को सौंपना चाहिए था, लेकिन उन्होंने इसे सीधे मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष को संबोधित कर दिया। राजद विधायक बोले- मुख्यमंत्री बीमार हैं ————————————————- वक्फ बिल से जुड़ी ये भी पढ़िए… ‘अफसोस मैं सदन में नहीं हूं, अकेला ही काफी था’:वायरल वीडियो पर लालू बोले-भाजपाई मुसलमानों की जमीन हड़पना चाहते हैं, हमने कड़ा कानून बनाया था राज्यसभा में गुरुवार को वक्फ संशोधन बिल पेश कर दिया गया है। अभी इस पर चर्चा जारी है। इस दौरान राजद सांसद मनोज कुमार झा ने लालू के 2010 वाले वायरल वीडियो को लेकर प्रतिक्रिया दी। मनोज कुमार झा ने कहा, ‘लालू यादव के एक वीडियो को कट करके चलाया गया। उनके भाषण संसद के आर्काइव में हैं। उन्हें भी चलाया जाना चाहिए था।’ पूरी खबर पढ़ें।
छत्तीसगढ़ समेत 17 राज्यों में आंधी का अलर्ट:बारिश से कर्नाटक में 7.5 डिग्री तक पारा गिरा; हैदराबाद की चारमीनार को नुकसान पहुंचा
मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए बिहार, छत्तीसगढ़ समेत 17 राज्यों में आंधी और तेज हवा चलने का अलर्ट जारी किया है। झारखंड में ओले गिरने के साथ बारिश हो सकती है। इसके अलावा देश के दक्षिणी राज्यों में तेज बारिश की आशंका है। गुजरात में हीटवेव और उमस बनी रह सकती है। बीते दिन कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई। बारिश के बाद कर्नाटक के अधिकतम तापमान में 7.5 डिग्री तक की गिरावट देखी गई। राजधानी बेंगलुरु के कुछ हिस्सों में तेज आंधी आई। विज्ञान विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक राज्य में इसी तरह का मौसम रह सकता है। तेलंगाना के यादाद्री-भुवनगिरी जिले में 97.8 mm बारिश हुई। वहीं, हैदराबाद में 91 mm हुई। इस वजह से चारमीनार के प्लास्टर का एक हिस्सा टूट गया। ASI ने बताया कि मीनार के दूसरे तल की टुकड़ा गिरा है। गिरा हुआ हिस्सा पत्थर के स्ट्रक्चर के ऊपर सजावटी हिस्सा था। वहीं, दिल्ली में बीते दिन सीजन का सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 15.6 डिग्री सेल्सियस रहा।इससे पहले 26 मार्च को सबसे ज्यादा तापमान 38.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। आंधी-बारिश वाले राज्यों के लिए IMD की सलाह देशभर में मौसम की तस्वीरें… राज्यों के मौसम का हाल… राजस्थान: वेस्टर्न डिस्टर्बेंस से आंधी-बारिश का अलर्ट, कई जिलों में 50KM की स्पीड से चल सकती है आंधी राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ का असर देर रात कोटा संभाग में दिखने लगा। बारां-झालावाड़ के एरिया में आंधी चलने के साथ कई जगह बादल छाए और कुछ जगह हल्की बूंदाबांदी हुई। इस सिस्टम का असर भरतपुर, जयपुर, कोटा संभाग के जिलों में ज्यादा देखने को मिलेगा। इन संभाग के जिलों में बादल छाने के साथ कई जगह तेज आंधी चल सकती है और जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है। पूरी खबर पढ़ें… मध्य प्रदेश: खरगोन, खंडवा, हरदा-बैतूल में ओले गिरने का अलर्ट, आंधी-बारिश का अनुमान मध्यप्रदेश में आज यानी गुरुवार को भी मौसम का मिजाज बदला रहेगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से खरगोन, खंडवा, हरदा और बैतूल में ओले गिर सकते हैं। ग्वालियर-जबलपुर समेत आधे MP में आंधी और हल्की बारिश होने का अनुमान है। भोपाल, इंदौर में बादल छा सकते हैं। पूरी खबर पढ़ें… उत्तर प्रदेश: 26 जिलों में बारिश-बिजली का अलर्ट, 3° तक लुढ़केगा पारा यूपी में तेज गर्मी के बीच अचानक मौसम बदल गया है। लखनऊ समेत कई जिलों में सुबह बादल छाए हुए हैं। 26 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। बिजली गिरने की भी संभावना है। हवाएं 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी। मौसम में बदलाव के चलते प्रदेश में 3°C तक तापमान में गिरावट होने की संभावना है। पढ़ें पूरी खबर… छत्तीसगढ़: 9 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, ओले गिरेंगे, आंधी चलेगी छत्तीसगढ़ के 9 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक सरगुजा, बलरामपुर, जशपुर, कोरबा, गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर और कोन्डागांव में बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं। रायपुर सहित कुछ जिलों में सुबह से बादल छाए हैं, ठंडी हवा चल रही है। पढ़ें पूरी खबर… पंजाब: तापमान में बढ़ोतरी जारी, 35 डिग्री पहुंचा बठिंडा का तापमान पंजाब में तापमान लगातार बढ़ रहा है। राज्य में अधिकतम तापमान में औसतन 1.4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है, जबकि यह सामान्य से 2.5 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया है। पाकिस्तान में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हुआ है, लेकिन उसका असर पंजाब व मैदानी इलाकों में देखने को नहीं मिलेगा। वहीं तापतान आने वाले दिनों में बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा: भिवानी सबसे गर्म शहर, 37.2 डिग्री पहुंचा पारा हरियाणा में मौसम साफ होने के चलते तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। 2 अप्रैल को प्रदेश का सबसे गर्म जिला भिवानी रहा। जहां का अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, हरियाणा के तापमान की बात करें तो 1.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई। हरियाणा का तापमान सामान्य से 1.9 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। पूरी खबर पढ़ें… हिमाचल प्रदेश: 5 जिलों में बारिश-बर्फबारी, पहाड़ी इलाकों में तापमान घटेगा हिमाचल प्रदेश के पांच जिलों में आज मौसम खराब रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, लाहौल स्पीति और कुल्लू के कुछेक ऊंचे क्षेत्रों में बारिश व हल्की बर्फबारी का पूर्वानुमान है। अन्य जिलों में मौसम साफ रहेगा। शिमला में भी आज सुबह से ही धूप खिली हुई है। ऊंचे क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी के बाद तापमान में हल्की गिरावट आएगी। पूरी खबर पढ़ें…
शाह बोले- मणिपुर में 4 महीने से शांति:सरकार हिंसा खत्म करने का रास्ता निकाल रही; खड़गे ने कहा- मोदी बताएं, वहां क्यों नहीं गए
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को लोकसभा और राज्यसभा में मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने का प्रस्ताव पेश किया, जिसे दोनों सदन से मंजूरी मिल गई। लोकसभा में शाह ने कहा- दिसंबर से मार्च तक बीते चार महीनों से मणिपुर में कोई हिंसा नहीं हुई है। राहत कैंपों में खाने-पीने, दवाइयों और मेडिकल सुविधाएं सुनिश्चित की गई है। अमित शाह ने कहा- हाईकोर्ट के एक फैसले के बाद मणिपुर में दो समुदायों के बीच आरक्षण संबंधी विवाद के कारण जातीय हिंसा शुरू हुई। ये न तो दंगे हैं और न ही आतंकवाद। उन्होंने बताया कि इस हिंसा में 260 लोगों की मौत हुई। इनमें से 80% मौतें पहले महीने में, जबकि बाकी मौतें बाद के महीनों में हुईं। दरअसल, मई 2023 से मणिपुर में हिंसा शुरू हुई थी। 9 फरवरी को तत्कालीन मुख्यमंत्री एन बीरेन के इस्तीफा के बाद मणिपुर में 13 फरवरी को राष्ट्रपति शासन लगाया गया। नियम के तहत 2 महीने के भीतर सरकार को दोनों सदनों से राष्ट्रपति शासन को लेकर परमिशन लेनी पड़ती है। शाह ने कहा- मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद मैतेई और कुकी दोनों कम्युनिटी के बीच 13 बार बातचीत हुई। गृह मंत्रालय जल्द दिल्ली में एक संयुक्त बैठक करेगा। सरकार हिंसा को समाप्त करने का रास्ता खोजने के लिए काम कर रही है। खड़गे बोले- मणिपुर जल रहा, लेकिन मोदी वहां नहीं गए राज्यसभा में प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- मणिपुर जल रहा है, लेकिन PM मोदी वहां एक भी बार नहीं गए। राज्य में यौन हिंसा की घटनाएं हुईं, फिर भी भाजपा चुप रही। मणिपुर में भाजपा की डबल इंजन सरकार विफल हो गई। सदन को मणिपुर के लोगों को शांति का संदेश देना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी को यह बताना चाहिए कि उन्होंने मणिपुर का दौरा क्यों नहीं किया। उन्हें वहां जाना चाहिए और कानून व्यवस्था ठीक करना चाहिए। अमित शाह की लोकसभा में मणिपुर पर कही 3 मुख्य बातें फ्री मूवमेंट का ऐलान के बाद बीते महीने मार्च में भड़की हिंसा गृह मंत्री अमित शाह ने 1 मार्च को मणिपुर के हालात पर गृह मंत्रालय में समीक्षा बैठक की थी। गृह मंत्री ने 8 मार्च से मणिपुर में सभी सड़कों पर बेरोकटोक आवाजाही सुनिश्चित करने को कहा था। साथ ही सड़कें ब्लॉक करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। आदेश के बाद मणिपुर में कुकी और मैतेई बहुल इलाकों में हिंसा भड़क उठी। इंफाल, चुराचांदपुर, कांगपोकपी, विष्णुपुर और सेनापति को जोड़ने वाली सड़कों पर शनिवार को जैसे ही बसें चलनी शुरू हुईं, कुकी समुदाय के लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में एक पुरुष प्रदर्शनकारी की मौत हो गई, जबकि 25 अन्य घायल हो गए। मृतक की पहचान लालगौथांग सिंगसिट (30 साल) के रूप में हुई है। लालगौथांग झड़प के दौरान गोली लगने से घायल हुआ था। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। CM बीरेन सिंह ने 9 फरवरी को इस्तीफा दिया था मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने 9 फरवरी को इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद मणिपुर में 13 फरवरी को राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया था। राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने उपद्रवियों से सभी लूटे गए हथियार सरेंडर करने को कहा था। अब तक 500 से ज्यादा हथियार सरेंडर किए जा चुके हैं। पूरी खबर पढ़ें… मणिपुर से जुड़ी हुई ये खबर भी पढ़ें… मणिपुर समेत 3 राज्यों में AFSPA 6 महीने बढ़ा:सेना कभी भी किसी को हिरासत में ले सकेगी, हिंसा और अशांति के चलते गृह मंत्रालय का फैसला केंद्र सरकार ने मणिपुर, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (AFSPA) को छह महीने के लिए बढ़ा दिया है। गृह मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर यह जानकारी दी। गृह मंत्रालय के मुताबिक, मणिपुर में जारी हिंसा के कारण कानून व्यवस्था की समीक्षा के बाद यह फैसला लिया गया। मणिपुर के 13 पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र को छोड़कर बाकी पूरे राज्य में 1 अप्रैल 2025 से अगले छह महीने तक AFSPA लागू रहेगा। पूरी खबर पढ़ें…
मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:वक्फ बिल राज्यसभा में भी पास; PF विड्रॉल प्रोसेस बदली; दुनिया की सबसे यंग PM से मिले मोदी; और भी बहुत कुछ
नमस्कार, कल की बड़ी खबर वक्फ संशोधन बिल से जुड़ी रही। राज्यसभा में भी बिल पास हो गया। दूसरी खबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के थाईलैंड दौरे की है। जहां उन्होंने दुनिया की सबसे यंग पीएम से मुलाकात की। हम आपको यह भी बताएंगे कि राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर शहादत पर केक काटने का आरोप क्यों लगाया। सिर्फ मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ में.. ⏰ आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर… 📰 कल की बड़ी खबरें… 1. वक्फ संशोधन बिल राज्यसभा में भी पास: 128 सांसदों का समर्थन मिला, 95 का विरोध वक्फ संशोधन बिल गुरुवार देर रात राज्यसभा में भी पास हो गया। बिल के समर्थन में 128 सांसदों ने वोट दिया और विरोध में 95 वोट दिया। इससे पहले बुधवार देर रात को वक्फ संशोधन बिल लोकसभा में पास हुआ था। लोकसभा में बिल के पक्ष में 288 वोट पड़े थे और विरोध में 232 वोट मिले थे। नड्डा बोले- ये नेशनल इंट्रेस्ट का विषय: राज्यसभा में पार्टी लीडर जेपी नड्डा ने वक्फ बिल पर विपक्ष के रुख को लेकर निशाना साधा। नड्डा ने कहा- हमने कांग्रेस नेतृत्व वाली UPA सरकार की तुलना में वक्फ बिल को लेकर कहीं ज्यादा गंभीरता दिखाई। यह बिल पार्टी इंट्रेस्ट का नहीं है, यह नेशनल इंट्रेस्ट का विषय है। विषय को डिरेल नहीं करना चाहिए। पढ़ें पूरी खबर… 2. राहुल बोले-चीन ने हमारी 4 हजार वर्ग किमी जमीन कब्जाई, विदेश सचिव जवानों की शहादत पर केक काट रहे लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भारत-चीन के राजनयिक संबंधों की 75वीं सालगिरह के जश्न को लेकर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा- चीन हमारे 4 हजार वर्ग किमी इलाके पर कब्जा करके बैठा है, लेकिन मुझे यह देखकर आश्चर्य हुआ कि हमारे विदेश सचिव (विक्रम मिस्री) चीनी राजदूत के साथ केक काट रहे थे। राहुल बोले- भाजपा की फिलॉस्फी सिर झुकाना: राहुल ने आगे कहा- एक बार किसी ने इंदिरा जी से पूछा कि विदेश नीति के मामले में आप बाएं झुकती हैं या दाएं। इस पर उन्होंने जवाब दिया की मैं बाएं या दाएं नहीं झुकती। मैं भारतीय हूं और सीधी खड़ी हूं। भाजपा और RSS की फिलॉस्फी अलग है। वे हर विदेशी के सामने अपना सिर झुकाते हैं। यह उनके इतिहास में है। पढ़ें पूरी खबर… 3. सुप्रीम कोर्ट के जज संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक करेंगे, जानकारी वेबसाइट पर अपलोड होगी ज्यूडिशियरी में ट्रांसपेरेंसी और जनता का भरोसा बनाए रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट के सभी जजों ने पदभार ग्रहण करने के दौरान ही अपनी संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक करने का फैसला किया है। 1 अप्रैल को हुई फुल कोर्ट मीटिंग में सभी 34 जजों ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया संजीव खन्ना की मौजूदगी में इस बात पर सहमति जताई। कुल 33 जज, 30 दे चुके हैं संपत्ति की जानकारी: सुप्रीम कोर्ट में जजों की निर्धारित संख्या 34 है। फिलहाल यहां 33 जज हैं, एक पद खाली है। इनमें से 30 जजों ने अपनी संपत्ति का घोषणा-पत्र कोर्ट में दे दिया है। हालांकि इन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया है। यह फैसला क्यों लिया गया: यह फैसला दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा के घर से कैश मिलने के विवाद के बाद लिया गया है। जस्टिस वर्मा के सरकारी बंगले में 14 मार्च को आग लगी थी। फायर सर्विस टीम को वहां अधजले नोट मिले थे। पढ़ें पूरी खबर… 4. पश्चिम बंगाल में 25,753 शिक्षकों की बर्खास्तगी का आदेश बरकरार: सुप्रीम कोर्ट बोला- सिलेक्शन प्रोसेस गलत सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के स्कूल भर्ती घोटाले से जुड़े कोलकाता हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है। पश्चिम बंगाल में SSC ने 2016 में 25 हजार शिक्षकों और गैर-शिक्षकों को नियुक्ति की थी। हाईकोर्ट ने इन नियुक्तियों को अवैध करार देते हुए कर्मचारियों को बर्खास्त किया था। सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट की जांच को सही माना और कहा कि पूरी प्रक्रिया में धोखाधड़ी की गई। ममता बोलीं- व्यक्तिगत तौर पर फैसला स्वीकार नहीं: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा- वह व्यक्तिगत रूप से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार नहीं करती हैं, लेकिन उनकी सरकार इसे लागू करेगी और चयन प्रक्रिया को फिर से दोहराएगी। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या विपक्षी भाजपा और सीपीएम चाहते हैं कि बंगाल की शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो जाए। पढ़ें पूरी खबर… 5. PF से पैसे निकालने के लिए कैंसिल चेक जरूरी नहीं, EPFO ने विड्रॉल प्रोसेस में बदलाव किया एम्प्लॉइज प्रोविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (EPFO) ने PF अकाउंट की क्लेम सेटलमेंट प्रक्रिया में बदलाव किया है। कर्मचारियों को अब पैसे निकालते समय नाम वेरिफाई कराने के लिए कैंसिल चेक या बैंक पासबुक की इमेज अपलोड करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को X पोस्ट के जरिए नए बदलावों की जानकारी दी। एम्प्लॉयर के अप्रूवल की भी जरूरत नहीं: इसके साथ ही PF अकाउंट खोलते समय UAN में बैंक सीडिंग प्रक्रिया से एम्प्लॉयर के अप्रूवल को भी हटा दिया गया है। EPFO मेंबर अब आधार ओटीपी के जरिए बैंक अकाउंट नंबर और IFSC कोड वेरिफाई कर सकेंगे। पढ़ें पूरी खबर… 6. थाईलैंड में दुनिया की सबसे यंग PM से मिले मोदी: कहा- भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी में थाईलैंड का खास योगदान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 दिन के थाईलैंड दौरे पर हैं। उन्होंने थाईलैंड की पीएम पाइतोंग्तार्न शिनवात्रा से मुलाकात की। 38 साल की शिनवात्रा दुनिया की सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री हैं। पीएम मोदी ने कहा- भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी और हमारे इंडो पेसिफिक विजन में थाईलैंड का खास योगदान है। मोदी ने थाई रामायण का मंचन देखा: थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक पहुंचकर पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पर भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की। इसके बाद थाई रामायण का मंचन देखा। यहां रामायण को रामाकेन कहा जाता है। पीएम ने कहा-रामायण की कहानियां थाई लोगों के जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। पढ़ें पूरी खबर… 7. हैदराबाद लगातार तीसरा IPL मैच हारी: कोलकाता ने 80 रन से हराया; वैभव-वरुण को 3-3 विकेट सनराइजर्स हैदराबाद को IPL 2025 में लगातार तीसरी हार झेलनी पड़ी है। टीम को डिफेंडिंग चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स ने गुरुवार को 80 रन से हराया। ईडन गार्डन्स स्टेडियम में 201 रन का टारगेट चेज कर रही हैदराबाद की टीम 16.3 ओवर में 120 रन पर
वक्फ बिल राज्यसभा से 12 घंटे चर्चा के बाद पास:राष्ट्रपति की सहमति के बाद कानून बनेगा; मोदी बोले- यह बड़ा सुधार, ट्रांसपेरेंसी बढ़ाएगा
वक्फ संशोधन बिल गुरुवार देर रात को 12 घंटे से ज्यादा लंबी की चर्चा के बाद राज्यसभा से भी पास हो गया। बिल के पक्ष में 128 और विरोध में 95 वोट पड़े। इससे पहले बुधवार को लोकसभा में यह बिल 12 घंटे की चर्चा के बाद पास हुआ था। अब यह बिल राष्ट्रपति के पास जाएगा। उनकी स्वीकृति मिलने के बाद यह कानून बन जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वक्फ संशोधन बिल के पास होने को एक बड़ा सुधार बताया। उन्होंने शुक्रवार सुबह X पर लिखा कि यह कानून ट्रांसपेरेंसी बढ़ाएगा और गरीब-पसमांदा मुस्लिमों के अधिकारों की रक्षा करेगा। पीएम मोदी ने कहा- वक्फ संपत्तियों में सालों से गड़बड़ी हो रही थी, जिससे खासतौर पर मुस्लिम महिलाओं और गरीबों को नुकसान हुआ। यह नया कानून इस समस्या को दूर करेगा। इससे पहले बिल पर चर्चा के दौरान बीजू जनता दल (BJD) ने अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी नहीं किया था। पार्टी ने कहा था- सांसद अपनी अंतरात्मा की सुने और वक्फ बिल पर फैसला लें। भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने चर्चा के दौरान कहा- वक्फ ने एक बार ताजमहल पर भी दावा कर दिया था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें फटकार लगाई थी। रिजिजू बोले- कानून में ट्रांसपैरेंसी, अकाउंटेबिलिटी, एक्यूरेसी केंद्रित बदलाव अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि व्यापक चर्चा के बाद तैयार किए गए बिल को जेपीसी के पास भेज दिया गया था। जेपीसी के बाद बुधवार देर रात तक चर्चा के बाद इस बिल को लोकसभा से पारित कर दिया गया। संशोधित बिल में हमने ट्रांसपैरेंसी, अकाउंटेबिलिटी, एक्यूरेसी पर केंद्रित बदलाव किए हैं। रिजिजू बोले- वक्फ बिल के ओरिजिनल ड्राफ्ट और अब के ड्राफ्ट को देखें तो कई चेंज हमने किए हैं। यह चेंज सबके सुझाव से ही हुए हैं। जेपीसी में ज्यादातर लोगों के सुझाव स्वीकार हुए हैं। सारे सुझाव स्वीकार नहीं हो सकते। ये लोकतंत्र का नियम है, जिसका बहुमत होता है, वही सरकार बनाता है। खड़गे ने कहा- मेरे पास वक्फ की एक इंच जमीन नहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार का इरादा ठीक नहीं है। वक्फ लैंड किसको देंगे यह सामने नहीं आया। व्यापारियों को देंगे…मुझे पता नहीं। अंबानी-अडाणी जैसे लोगों को खिलाएंगे। मैं गृहमंत्री से अपील करूंगा कि आप इसे वापस ले लें। इसे प्रेस्टीज ईश्यू न बनाएं। मुसलमानों के लिए ये अच्छा नहीं है। संविधान के खिलाफ है। अनुराग ठाकुर आरोप लगाते हैं कि मेरे परिवार के पास वक्फ की जमीन है। मैं बताना चाहता हूं कि मेरे पास वक्फ की एक इंच भी जमीन नहीं है। अनुराग या तो इस आरोप को साबित करें या इस्तीफा दें। खड़गे बोले- विपक्ष के सभी लोगों ने बिल को स्वीकार नहीं किया। इसका मतलब इसमें खामिया हैं। जिसकी लाठी उसकी भैंस ये हर वक्त ठीक नहीं। ये दान देने और दान लेने का मामला है। दान देने वाला किसी भी धर्म का हो सकता है। इन्हें ध्यान में रखने की जगह आपने माइनॉरिटीज के हकों को छीनने की कोशिश की है। नड्डा बोले- उम्मीद है सदन इस बिल का समर्थन करेगी राज्यसभा में वक्फ बोर्ड बिल के पक्ष में जेपी नड्डा ने कहा कि, हमें उम्मीद है सदन इस बिल का समर्थन करेगी। उम्मीद (यूनीफाइड वक्फ मैनेजमेंट इम्पावरमेंट, इफिशिएंसी एंड डेवलपमेंट) की उम्मीद अब उम्मीद पर टिकी है। 2013 में इस बिल के लिए जब जेपीसी बनी थी, तब उसमें 13 सदस्य थे। मोदी सरकार में बनी जेपीसी में 31 सदस्य थे। डेमोक्रेसी का मानक यह नहीं कि हम आपकी ही बात मानें। वाद-विवाद तर्क पर होगा। संजय राउत ने कहा- मुस्लिमों की इतनी चिंता जिन्ना ने भी नहीं की थी शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने बिल के खिलाफ में कहा कि आपको मुस्लिमों की चिंता कब से होने लगी। आप लोग उनको चोर बोलते हो, बोलते हो की मुस्लिम आपकी जमीन छीन लेंगे, गले की चेन छीन लेंगे। 40 हजार कश्मीरी पंडितों की जमीन वापस नहीं मिली और चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा किया है। सरकार को उस जमीन की चिंता करनी चाहिए। भाजपा सांसद बोले- अगर मुस्लिम हमें वोट नहीं देते तो क्या उनका विकास नहीं होना चाहिए भाजपा सांसद राधामोहन दास अग्रवाल ने बिल के पक्ष में राज्य सभा में अपना विचार रखा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने भाजपा सांसदों की मीटिंग में कहा था कि लोग कहते हैं कि मुसलमान हमें वोट नहीं देते। नहीं, मुस्लिम हमें वोट देते हैं। अगर मुस्लिम हमें वोट नहीं देते तो क्या वे इस देश के नागरिक नहीं हैं। क्या उनका भी विकास नहीं होना चाहिए। क्या मुसलमानों का विकास हुए बिना देश के विकास का सपना साकार हो सकता है। पीएम मोदी ने ये बात चुनाव से 6 महीने पहले कही थी। आरजेडी सांसद बोले- इस देश के हिंदू-मुसलमानों को एक-दूसरे की आदत है आरजेडी सांसद मनोज कुमार झा ने बिल के खिलाफ कहा कि बहुमत आजादी की गारंटी नहीं होता है। जहां चाहे खुदाई करके चीजों को तलाशा जा रहा है। इस देश के हिंदुओं को मुसलमानों की आदत है। मुसलमानों को हिंदुओं की आदत है। इस आदत को मत बदलिए। संजय सिंह बोले- वक्फ संशोधन विधेयक पर आए सुझावों को सार्वजनिक किया जाए AAP सांसद संजय सिंह ने बिल के विपक्ष में कहा कि ये सरकार बोलती है कि मुस्लिमों का भला कर रहे हैं। पूरी सरकार में एक भी मुस्लिम नहीं है। इस बिल के बाद धार्मिक संपत्तियों पर कब्जा किया जाने का काम किया जाएगा। ये संपत्तियां ये लोग अपने दोस्तों को देंगे। इस बिल पर हिंदु-मुसलिम, सिख-बौद्ध किसी को खुश नहीं होना चाहिए। क्योंकि नंबर सबका आएगा। ————————————– वक्फ बिल से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… लोकसभा में ओवैसी ने बिल की कॉपी फाड़ी, कहा- इसका मकसद मुसलमानों को जलील करना वक्फ संशोधन बिल 2024 लोकसभा में 12 घंटे की चर्चा के बाद पास हो गया। 288 सांसदों ने पक्ष में, 232 ने विपक्ष में वोट डाला। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे पेश किया था।चर्चा के दौरान AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इस बिल का मकसद मुसलमानों को जलील करना है। पूरी खबर पढ़ें…
एक्टर-डायरेक्टर मनोज कुमार का 87 की उम्र में निधन:शास्त्री के कहने पर उपकार बनाई, इसी से मिला भारत कुमार नाम
एक्टर मनोज कुमार का शुक्रवार सुबह मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में निधन हो गया। वे 87 साल के थे। वे विशेष रूप से अपनी देशभक्ति फिल्मों के लिए जाने जाते थे। उन्हें भारत कुमार के नाम से भी जाना जाता था। उपकार, पूरब-पश्चिम, क्रांति, रोटी-कपड़ा और मकान उनकी बेहद कामयाब फिल्में रहीं। मनोज कुमार के बेटे कुणाल गोस्वामी ने ANI को बताया, ‘उन्हें लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां थीं। यह भगवान की कृपा है कि उन्हें आखिरी समय में ज्यादा परेशानी नहीं हुई, शांतिपूर्वक उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनका अंतिम संस्कार कल होगा।’ मनोज कुमार काफी समय से डीकंपेंसेटेड लिवर सिरोसिस से जूझ रहे थे। उनकी हालत बिगड़ने के बाद उन्हें 21 फरवरी, 2025 को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मनोज कुमार को 7 फिल्म फेयर पुरस्कार मिले थे। पहला फिल्म फेयर 1968 में फिल्म उपकार के लिए मिला था। उपकार ने बेस्ट फिल्म, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट स्टोरी और बेस्ट डायलॉग के लिए चार फिल्म फेयर जीते। 1992 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। 2016 में उन्हें दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा गया। पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनोज कुमार को श्रद्धांजलि दी है। पीएम ने ‘एक्स’ पर लिखा: ‘महान अभिनेता और फिल्म निर्माता श्री मनोज कुमार जी के निधन से बहुत दुख हुआ। वह भारतीय सिनेमा के प्रतीक थे, जिन्हें विशेष रूप से उनकी देशभक्ति के उत्साह के लिए याद किया जाता था, जो उनकी फिल्मों में भी झलकता था। मनोज जी के कार्यों ने राष्ट्रीय गौरव की भावना को प्रज्वलित किया और यह पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।’ मां को इलाज नहीं मिला तो 10 साल की उम्र में डॉक्टरों की पिटाई की मनोज कुमार का असली नाम हरिकृष्ण गोस्वामी था। 24 जुलाई 1937 को एबटाबाद, ब्रिटिश इंडिया (अब खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान) में उनका जन्म हुआ। एबटाबाद वही जगह है, जहां 2 मई 2011 को अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को मारा था। मनोज कुमार जब 10 साल के थे तब 1947 में उनके छोटे भाई कुक्कू का जन्म हुआ। तबीयत बिगड़ने पर 2 माह के भाई और मां को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था कि तभी दंगे भड़क गए। हर तरफ अफरा-तफरी मची और अस्पताल का स्टाफ जान बचाकर भागने लगा। जैसे ही सायरन बजता था तो जो डॉक्टर और नर्स बचे हुए थे वो अंडरग्राउंड हो जाया करते थे। ऐसे में सही इलाज ना मिल पाने के चलते मनोज कुमार के 2 माह के भाई ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। मां की हालत भी उस समय गंभीर थी। वो तकलीफ में चिल्लाती रहती थीं, लेकिन कोई डॉक्टर या नर्स उनका इलाज नहीं करता था। एक दिन ये सब देखकर मनोज इस कदर नाराज हुए कि उन्होंने लाठी उठाई और अंडरग्राउंड जाकर डॉक्टर्स और नर्स को पीटना शुरू कर दिया। मनोज तब सिर्फ 10 साल के थे, लेकिन उनसे मां की तकलीफ देखी नहीं जा रही थी। पिता ने उन पर काबू पाया और परिवार ने जान बचाने के लिए पाकिस्तान छोड़ने का फैसला कर लिया। उनका परिवार जंडियाला शेर खान से पलायन कर दिल्ली पहुंचा। यहां उन्होंने 2 महीने रिफ्यूजी कैंप में बिताए। समय बीता और दंगे कम होने लगे। पूरा परिवार जैसे-तैसे दिल्ली में बस गया, जहां मनोज की पढ़ाई हो सकी। उन्होंने स्कूल के बाद हिंदू कॉलेज से ग्रेजुएशन पूरा किया और नौकरी की तलाश शुरू कर दी। लाइट टेस्टिंग के लिए कैमरे के सामने खड़े किए गए, यहीं से रोल मिला एक दिन मनोज कुमार काम की तलाश में फिल्म स्टूडियो में टहल रहे थे कि उन्हें एक व्यक्ति दिखा। मनोज ने बताया कि वो काम की तलाश कर रहे हैं, तो वो आदमी उन्हें साथ ले गया। उन्हें लाइट और फिल्म शूटिंग में लगने वाले दूसरे सामानों को ढोने का काम मिला। धीरे-धीरे मनोज के काम से खुश होकर उन्हें फिल्मों में सहायक के रूप में काम दिया जाने लगा। फिल्मों के सेट पर बड़े-बड़े कलाकार अपना शॉट शुरू होने से बस चंद मिनट पहले पहुंचते थे। ऐसे में सेट में हीरो पर पड़ने वाली लाइट चैक करने के लिए मनोज कुमार को हीरो की जगह खड़ा कर दिया जाता था। एक दिन जब लाइट टेस्टिंग के लिए मनोज कुमार हीरो की जगह खड़े हुए थे। लाइट पड़ने पर उनका चेहरा कैमरे में इतना आकर्षक लग रहा था कि एक डायरेक्टर ने उन्हें 1957 में आई फिल्म फैशन में एक छोटा सा रोल दे दिया। रोल छोटा जरूर था, लेकिन मनोज कुछ मिनट की एक्टिंग में अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे। उसी रोल की बदौलत मनोज कुमार को फिल्म कांच की गुड़िया (1960) में लीड रोल दिया गया। पहली कामयाब फिल्म देने के बाद मनोज ने बैक-टु-बैक रेशमी रुमाल, चांद, बनारसी ठग, गृहस्थी, अपने हुए पराए, वो कौन थी जैसी कई फिल्में दीं। दिलीप कुमार के चलते रखा मनोज नाम बचपन से ही मनोज कुमार, दिलीप कुमार के बड़े प्रशंसक थे। दिलीप साहब की फिल्म शबनम (1949) मनोज कुमार को इतनी पसंद आई थी कि उन्होंने उसे कई बार देखा। फिल्म में दिलीप कुमार का नाम मनोज था। जब मनोज कुमार फिल्मों में आए तो उन्होंने दिलीप कुमार के नाम पर ही अपना नाम भी मनोज कुमार कर लिया। लाल बहादुर शास्त्री के कहने पर बनाई थी उपकार 1965 में मनोज कुमार देशभक्ति पर बनी फिल्म शहीद में स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह के रोल में नजर आए थे। फिल्म जबरदस्त हिट रही और इसके गाने ‘ऐ वतन, ऐ वतन हमको तेरी कसम’, ‘सरफरोशी की तमन्ना’ और ‘मेरा रंग दे बसंती चोला’ काफी पसंद किए गए थे। ये फिल्म लाल बहादुर शास्त्री को बेहद पसंद आई। शास्त्री जी ने नारा था- जय जवान, जय किसान। शास्त्री जी ने मनोज को इस नारे पर फिल्म बनाने की सलाह दी। इस पर मनोज ने फिल्म उपकार (1967) बनानी शुरू कर दी, हालांकि उन्हें फिल्म लेखन या डायरेक्शन का कोई अनुभव नहीं था। एक दिन मनोज कुमार ने मुंबई से दिल्ली जाने के लिए राजधानी ट्रेन की टिकट खरीदी और ट्रेन में चढ़ गए। ट्रेन में बैठे-बैठे ही उन्होंने आधी फिल्म लिखी और
राजस्थान AGTF की बड़ी कार्रवाई: लॉरेंस-रोहित गोदारा गिरोह का सदस्य आदित्य जैन दुबई से गिरफ्तार
जयपुर। राजस्थान की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने लॉरेंस-रोहित गोदारा गिरोह के सक्रिय सदस्य आदित्य जैन उर्फ टोनी को दुबई से गिरफ्तार किया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इसे दुबई से गिरफ्तार कर शुक्रवार सुबह जयपुर लाया गया है। वह गिरोह के नियंत्रण कक्ष के रूप में काम कर रहा था और गिरोह को डब्बा कॉल की सुविधा दे रहा था। वह पिछले वर्षों में गिरोह द्वारा किए गए जबरन वसूली, गोलीबारी और अन्य अपराधों के कई मामलों में वांछित था। इंटरपोल ने उसके खिलाफ एक रेड नोटिस जारी किया था। एजीटीएफ के एएसपी सिद्धांत शर्मा की देखरेख में सीआई मनीष शर्मा , सुनील जांगिड़ एवं रविंद्र प्रताप की एक टीम ने उसे यूएई में ढूंढ लिया और सीबीआई के माध्यम से यूएई को इंटरपोल रेफरेंस भेजा गया। इस रेड नोटिस और इंटरपोल रेफरेंस के आधार पर यूएई पुलिस अधिकारियों ने आदित्य जैन को हिरासत में लिया और राजस्थान एजीटीएफ उसे गिरफ्तार कर जयपुर लाई है।
अभिनेता मनोज कुमार का 87 साल की उम्र में निधन, बॉलीवुड में छाया मातम
मुंबई। हिंदी सिनेमा जगत (बॉलीवुड) के जाने-माने अभिनेता और निर्देशक मनोज कुमार ने शुक्रवार तड़के इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। अभिनेता मनोज कुमार आज 87 वर्ष की आयु में मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में निधन हो गया। खास कर अपनी देशभक्ति फिल्मों के लिए जाने जानेवाले मनोज कुमार को लोग प्यार से ‘भारत कुमार’ भी कहते हैं। मनोज कुमार के निधन की खबर आते ही बॉलीवुड में शोक की लहर दौड़ गई। मनोज कुमार के पारिवारिक मित्र एवं फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि कुमार कुछ समय से बीमार थे और उम्र संबंधी समस्याओं के कारण तड़के करीब साढ़े तीन बजे उनका निधन हो गया। दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित कुमार को “शहीद”, “उपकार” और “पूरब और पश्चिम’’ जैसी फिल्मों के लिए जनता का अपार स्नेह मिला। देशभक्ति की फिल्मों की वजह से कहे जाते थे ‘भारत कुमार’24 जुलाई, 1937 को हरिकृष्ण गिरि गोस्वामी के रूप में जन्मे मनोज कुमार हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता थे। उन्हें देशभक्ति थीम वाली फ़िल्मों में अभिनय और निर्देशन के लिए जाना जाता था। जिसमें “शहीद” (1965), “उपकार” (1967), “पूरब और पश्चिम” (1970), और “रोटी कपड़ा और मकान” (1974) शामिल हैं। इन फिल्मों की वजह से ही उन्हें ‘भारत कुमार’ भी कहा जाता था। अपनी देशभक्ति फिल्मों के अलावा, उन्होंने “हरियाली और रास्ता”, “वो कौन थी”, “हिमालय की गोद में”, “दो बदन”, “पत्थर के सनम”, “नील कमल” और “क्रांति” जैसी अन्य उल्लेखनीय फिल्मों में भी अभिनय और निर्देशन किया। वे आखिरी बार बड़े पर्दे पर 1995 में आई फिल्म ‘मैदान-ए-जंग’ में नजर आए थे।
मौत का कुआं! खंडवा में सफाई के लिए उतरे 8 लोगों की दम घुटने से दर्दनाक मौत
खंडवा। मध्यप्रदेश में खंडवा जिले के छैगांव माखन इलाके में बृहस्पतिवार को कुएं (बावड़ी) में संदिग्ध जहरीली गैस की चपेट में आने से आठ लोगों की मौत हो गई। खंडवा के जिलाधिकारी ऋषव गुप्ता और पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनोज कुमार राय ने संवाददाताओं को बताया कि यह घटना तब हुई जब आठ लोग गणगौर माता उत्सव के अवसर पर पारंपरिक कुएं में उतरे और उसमें फंस गए। गुप्ता ने बताया कि ये लोग गणगौर उत्सव के दौरान विसर्जन के उद्देश्य से कुएं में उतरे थे। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान के बाद शवों को बाहर निकाल लिया गया है। गुप्ता के अनुसार सभी आठ लोगों की मौत कुएं के अंदर ही हो गई थी। एसपी ने बताया कि स्थानीय पुलिस, एसडीईआरएफ और ग्रामीणों ने करीब चार घंटे तक चले बचाव अभियान में मदद की। उनका कहना है कि शुरू में पांच लोग कुएं की सफाई के लिए उसमें उतरे लेकिन जब वे उसमें फंस गए तो तीन और लोग अंदर चले गए और सभी की मौत हो गई। जिलाधिकारी ने बताया कि घटना खंडवा जिले के छैगांव माखन क्षेत्र के कोंडावत गांव में शाम करीब चार बजे हुई। शुरुआती खबरों में कहा गया है कि कुआं साल भर खाली रहता था और इसका इस्तेमाल गणगौर माता उत्सव के दौरान विसर्जन के लिए किया जाता था। गुप्ता ने बताया कि लंबे समय से इसका इस्तेमाल नहीं होने के कारण इसमें जहरीली गैस बन गई। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। एक अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान मोहन (55), अनिल पटेल (30), शरण सुखराम (30), अर्जुन (35), गजानंद (25), बलिराम (36), राकेश (22) और अजय (25) के रूप में हुई है।
IPL 2025: कोलकाता ने हैदराबाद को 80 रन से हराया, सीजन में दर्ज की दूसरी जीत
कोलकाता। रहाणे (38),अंगकृष रघुवंशी (50),वेकटेश अय्यर (60) और रिंकू सिंह (32 नाबाद) की बेहतरीन पारियों के बाद वैभव अरोड़ा (29 रन पर तीन विकेट) और वरुण चक्रवर्ती (22 रन पर तीन विकेट) के कातिलाना प्रदर्शन की बदौलत कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 15वें मुकाबले में गुरुवार को सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) के खिलाफ 80 रन से एक तरफा जीत दर्ज की। ईडन गार्डन मैदान पर कोलकाता ने पहले बल्लेबाजी करते हुये पांच विकेट पर 200 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया और बाद में हैदराबाद की पारी को 16.4 ओवर के खेल में 80 रन पर समेट दिया। कोलकाता ने आज खेल के हर विभाग में हैदराबाद को बौना साबित कर दिया। हैदराबाद की ओर से विकेटकीपर बल्लेबाज हाइनरिक क्लासन (33) ने कुछ दर्शनीय शाट खेलकर दर्शकों का मनोरजंन किया मगर यह उनकी टीम को करारी हार से बचाने के लिये नाकाफी था। क्लासेन के अलावा कामिंडु मेंडिस (27),नीतिश कुमार रेड्डी (19) और कप्तान पैट कमिंस (14) ही अपने निजी स्कोर को दहाई तक पहुंचा सके। इस हार के साथ हैदराबाद की प्लेआफ की दौड़ पर बने रहने की चुनौती और कड़ी हो गयी है। ईडन गार्डन मैदान पर क्विटन डी कॉक (1) और सुनील नारायण (7) के विकेट तीसरे ओवर के बीच में ही उखड़ चुके थे और स्कोरबोर्ड पर सिर्फ 16 रन टंगे थे। इन मुश्किल हालात में आंजिक्य रहाणे ने समझदार कप्तान का फर्ज निभाते हुये दवाब को हावी नहीं होने दिया। उन्होने अंगकृष रघुवंशी के साथ 81 रन की तेज भागीदारी निभायी हालांकि इस बीच कप्तान जीशान अंसारी की गेंद पर विकेट के पीछे लपक लिये गये। रहाणे के क्रीज से हटते ही युवा रघुवंशी की लय बिगड़ी,नतीजन वह भी अर्धशतक पूरा करने के तुरंत बाद कामिंडु मेंडिस की गेद पर अपना विकेट गंवा बैठे। दो सेट बल्लेबाजों के आउट होने पर हैदराबाद के खेमे में खुशी की लहर दौड़ गयी मगर वेंकटेश अय्यर और रिकू सिंह की नयी जोड़ी ने पिच पर अपना खूंटा गाड़ दिया और 91 रन की एक और भागीदारी निभायी। वेंकटेश पारी के अंतिम ओवर में हर्षल पटेल का शिकार बने मगर आउट होने से पहले वह सात चौकों और तीन छक्काें के सहारे टीम के लिये अपना योगदान दे चुके थे।