New Delhi Railway Station Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात (15 फरवरी,2025) को भगदड़ मचने से 18 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. घायलों को इलाज के लिए एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें से 15 लोगों की मौत की पुष्टि एलएनजेपी अस्पताल ने की है. वहीं 3 लोगों की मौत की पुष्टि लेडी हार्डिंग अस्पताल ने की है. जानकारी के अनुसार यह भगदड़ रात करीब 10 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 13 और 14 पर हुई, जब हजारों श्रद्धालु प्रयागराज महाकुंभ के लिए ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे.
प्रत्यक्षदर्शी का बड़ा दावा
भारतीय वायुसेना (IAF) के सार्जेंट अजीत, जो मौके पर मौजूद थे, ने प्रशासन की कोशिशों के बावजूद हालात काबू में न आने की बात कही. उन्होंने बताया, “प्रशासन भीड़ को रोकने की कोशिश कर रहा था, लेकिन लोग नहीं मान रहे थे. 5000 से 10,000 लोग एक ही जगह पर इकट्ठा हो गए थे, जिससे भगदड़ मच गई.”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने खुद प्लेटफार्म नंबर 13 और 14 पर लोगों से बोला कि यात्रियों को कुछ समय रुकना चाहिए, क्योंकि एक ही ट्रेन में इतनी भीड़ नहीं समा सकती, लेकिन कोई भी मेरी बात मानने को तैयार नहीं था.”
रेल मंत्री ने दिए जांच के आदेश
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने एक्स पर लिखा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अचानक आई अप्रत्याशित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए चार विशेष ट्रेनें चलाई गईं. अब स्थिति नियंत्रण में है और भीड़ कम हो गई है.”
कैसे हुआ हादसा?
भगदड़ रात 9:55 बजे हुई, जब हजारों श्रद्धालु प्रयागराज जाने के लिए स्टेशन पर मौजूद थे. स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस की देरी से भीड़ और बढ़ गई. रेलवे हर घंटे 1500 जनरल टिकट बेच रहा था, जिससे भीड़ बढ़ती चली गई. प्लेटफार्म नंबर 14 और 16 के पास एस्केलेटर के पास भगदड़ मच गई.
रक्षा मंत्री और उपराज्यपाल ने जताया शोक
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए एक्स पर लिखा,”नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से दुखद खबर आ रही है. रेलवे प्लेटफॉर्म पर भगदड़ के कारण हुई मौतों से मैं बेहद दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.”
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए कहा,”मैं लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हूं. मुख्य सचिव को आपदा प्रबंधन उपाय लागू करने और राहत कर्मियों को तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं. सभी अस्पताल आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.”
सरकार की कार्रवाई
मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को मौके पर मौजूद रहने का निर्देश दिया गया. जबकि आपदा प्रबंधन टीमों को राहत कार्यों में लगाया गया है. साथ ही स्थिति नियंत्रण में रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई.