प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अहमदाबाद में बड़ी कार्रवाई करते हुए BitConnect क्रिप्टोकरेंसी घोटाले में 1,646 करोड़ रुपये की डिजिटल संपत्ति जब्त की है. इसके अलावा13.50 लाख रुपये नकद, एक लग्जरी कार (लेक्सस) और कई डिजिटल डिवाइस भी बरामद किए गए हैं.
क्या है मामला
BitConnect एक ग्लोबल पोंजी स्कीम थी, जिसमें लोगों से पैसे इन्वेस्ट कराने के लिए बड़े-बड़े दावे किए गए. नवंबर 2016 से जनवरी 2018 के बीच इस स्कीम के तहत लोगों को 40 प्रतिशत मासिक रिटर्न का लालच दिया गया. कंपनी ने दावा किया था कि उनके पास एक “वोलैटिलिटी सॉफ्टवेयर ट्रेडिंग बॉट” है, जो इन्वेस्टर्स के पैसे से ट्रेडिंग कर उन्हें भारी मुनाफा दिलाएगा. असल में, ऐसा कोई ट्रेडिंग बॉट था ही नहीं. BitConnect के संचालकों ने इन्वेस्टर्स का पैसा सीधे अपने और अपने साथियों के डिजिटल वॉलेट में ट्रांसफर कर लिया.
सीआईडी ने शुरू की जांच
इस मामले की जांच सबसे पहले सीआईडी (क्राइम), सूरत पुलिस ने शुरू की थी. इसके बाद ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के ऐंगल से जांच शुरू की. ED ने हजारों डिजिटल ट्रांजेक्शन की पड़ताल की, जिनमें से कई को डार्क वेब के जरिए छिपाने की कोशिश की गई. ED की टीम ने गहन जांच के बाद उन डिजिटल वॉलेट्स और ठिकानों का पता लगा लिया, जहां घोटाले के पैसे छिपाए गए थे.
बड़ी मात्रा में क्रिप्टोकरेंसी बरामद
ED ने जांच के दौरान बड़ी मात्रा में क्रिप्टोकरेंसी बरामद कर अपने आधिकारिक वॉलेट में ट्रांसफर कर दी. साथ ही 13.50 लाख रुपये कैश, एक महंगी लेक्सस कार और कई डिजिटल डिवाइस भी जब्त किए गए. इस मामले में ED पहले भी करीब 489 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर चुकी है.
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ये घोटाला सिर्फ इंडिया तक सीमित नहीं था. बल्कि विदेशी इन्वेस्टर्स भी इसमें फंसे थे. BitConnect का मुख्य आरोपी इस समय अमेरिका में जांच के घेरे में है. ED अभी भी इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. ED के सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं.