Bullet Train in India: देश में बुलेट ट्रेन नेटवर्क को बढ़ाने की दिशा में सरकार लगातार काम कर रही है। इसी कड़ी में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने बड़ी घोषणा की है। उन्होंने बताया कि दक्षिण भारत में बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए सर्वे शुरू करने का आदेश दिया गया है।
दक्षिण भारत के 4 बड़े शहर होंगे जुड़े
नायडू ने कहा कि यह बुलेट ट्रेन नेटवर्क दक्षिण भारत के चार बड़े शहरों को जोड़ेगा। जिसमें हैदराबाद, चेन्नई, अमरावती व बेंगलुरु शामिल है। उन्होंने बताया कि इन चारों शहरों की आबादी मिलाकर 5 करोड़ से भी अधिक है। यही वजह है कि यहां बुलेट ट्रेन शुरू होने से यह क्षेत्र दुनिया का सबसे बड़ा बाजार बन सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जापान में की बुलेट ट्रेन यात्रा
इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान में बुलेट ट्रेन का अनुभव लिया। उन्होंने टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन में यात्रा की। इस दौरान जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा भी उनके साथ मौजूद थे।
7,000 किलोमीटर हाई-स्पीड रेल नेटवर्क का लक्ष्य
जापान के अखबार द योमिउरी शिम्बुन को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि भारत का लक्ष्य देशभर में 7,000 किलोमीटर लंबा हाई-स्पीड रेल नेटवर्क विकसित करना है। उन्होंने बताया कि मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल परियोजना पहले से ही प्रगति पर है। मोदी ने कहा, “हम इस कॉरिडोर पर अगले कुछ वर्षों में यात्री सेवाएं शुरू करने का लक्ष्य रखते हैं।” उन्होंने साफ किया कि यह सिर्फ एक शुरुआत है, भारत इससे भी बड़ा सपना देख रहा है।
राष्ट्रीय रेल योजना में शामिल अन्य संभावित रूट
भारत सरकार की राष्ट्रीय रेल योजना में पहले से कई हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर का प्रस्ताव है। इनमें शामिल हैं—
- दिल्ली – वाराणसी
- दिल्ली – अहमदाबाद
- मुंबई – नागपुर
- मुंबई – हैदराबाद
- चेन्नई – मैसूर
- दिल्ली – अमृतसर
- वाराणसी – हावड़ा
आने वाले समय में पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण साबित हो…
दक्षिण भारत में बुलेट ट्रेन शुरू करने की दिशा में उठाया गया यह कदम आने वाले समय में पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। अगर 7,000 किलोमीटर हाई-स्पीड रेल नेटवर्क का सपना साकार होता है, तो भारत की परिवहन व्यवस्था में ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिलेगा।