PM Modi US Visit P-8I : भारत के प्रधानमंत्री इस वक्त अमेरिकी दौरे पर हैं. इस दौरान उनकी मुलाकात अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होने वाली है. पूरी दुनिया की नजर मोदी और ट्रंप के द्विपक्षीय मुलाकात पर टिकी है. माना जा रहा है इस द्विपक्षीय मीटिंग में भारत और अमेरिका के बीच कई बड़े डील हो सकते हैं. जिसमें भारत पनडुब्बियों पर ब्रह्मास्त्र बनकर बरसने वाले विमान P-8I को लेकर बड़ी डील करने वाला है. इस डील को भारत और अमेरिका के संबंधों में इसे बड़ी लकीर कहा जा रहा है.
इस हथियार से समंदर में भारत की ताकत इतनी बढ़ जाएगी, जिससे पाकिस्तान और चीन भी कापेंगे. यह खतरनाक विमान भारत को हिंद महासागर से लेकर बंगाल की खाड़ी और अरब सागर तक बड़ी बढ़त दिला सकता है.
पनडुब्बियों पर ब्रह्मास्त्र बनकर बरसता है P-8I एयरक्राफ्ट
P-8I एक बहु-मिशन समुद्री गश्ती विमान है. यह लंबी दूरी से ही दुश्मन की पनडुब्बियों और युद्धपोतों का पता लगाकर उन्हें पूरी तरह से बर्बाद कर सकता है. वहीं, इसे खुफिया, निगरानी और टोही मिशन के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इस विमान में महाविनाशक हार्पून एंटी-शिप मिसाइलें इंस्टॉल्ड किए गए हैं. जिससे यह विमान समंदर के अंदर छिपी पनडुब्बियों को आसानी से तबाह कर सकती है. इससे भारतीय समुद्री सुरक्षा की क्षमता में काफी इजाफा होगा. P-8I विमान को ‘सबमरीन किलर’ भी कहा जाता है.
उल्लेखनीय है कि भारतीय नौसेना के पास 12 सबमरीन किलर P-8I एयरक्राफ्ट पहले से मौजूद है. 2013 में शामिल किए जाने के बाद भारतीय नौसेना के इस बेड़े ने 29,000 उड़ान-घंटे पार कर लिए हैं.
क्या है इस सबमरीन किलर की खासियत?
P-8I लॉन्ग-रेंज वाला समुद्री निगरानी और पनडुब्बीरोधी युद्धक विमान है. इसका रडार सिस्टम और इलेक्ट्रो ऑप्टिक सेंसर सिस्टम काफी एडवांस है. इस विमान में हार्पून ब्लॉक-2 मिसाइल लगा है, जो किसी भी मौसम में किसी भी जहाज को पलभर में तबाह कर सकती है. यह विमान 907 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ने में सक्षम है और इसकी ऑपरेटिंग रेंज 1200 नॉटिकल मील है. इसके अलावा यह एक बार में उड़ान भरने के बाद लगातार 10 घंटे तक हवा में रह सकता है.
3 साल पहले शुरू हुई थी बात, कीमत बन गई बाधा
भारत-अमेरिका के बीच 6 P-8I एयरक्राफ्ट की खरीद के लिए बातचीत 3 साल पहले शुरू हुई थी, लेकिन बाइडेन प्रशासन ने कीमतों पर सहमति न बनने को लेकर इसे रोक दिया था. हालांकि, पीएम मोदी की यूएस यात्रा से दोनों देशों के बीच कई समझौतों की उम्मीद है. इस दौरान भारत अमेरिका के साथ P-8I एयरक्राफ्ट को लेकर भी डील करने की इच्छा रखेगा.
यह भी पढ़ेंः PM मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात पर इसरो की नजर, जानें इसके पीछे की वजह