Delhi Railway Station Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार (15 फरवरी, 2025) की रात हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत और कई यात्रियों के घायल होने के बाद जमात-ए-इस्लामी हिंद ने घटना पर गहरा शोक जताया है.
मुस्लिम संगठन ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, “इस दुखद घटना से हम बेहद दुखी हैं. हमारी संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं, और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं.”
सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए- प्रो. सलीम इंजीनियर
जमात-ए-इस्लामी हिंद के उपाध्यक्ष प्रोफेसर सलीम इंजीनियर ने उच्च स्तरीय, निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा, “हम अधिकारियों से आग्रह करते हैं कि भगदड़ के कारणों का पता लगाया जाए, जवाबदेही तय की जाए, और भीड़ प्रबंधन में हुई चूक के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाए. सरकार को जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए.” उन्होंने बड़ी सार्वजनिक सभाओं के दौरान सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता देने की जरूरत पर जोर दिया.
कांग्रेस का मोदी सरकार पर हमला
घटना के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर बदइंतजामी और लापरवाही के आरोप लगाए. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है. स्टेशन से आ रहे वीडियो हृदयविदारक हैं. मोदी सरकार द्वारा मौतों की सच्चाई छिपाने की कोशिश निंदनीय है.”
कांग्रेस की मांगें
मृतकों और घायलों की वास्तविक संख्या घोषित की जाए.
गुमशुदा लोगों की पहचान सुनिश्चित की जाए.
पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए.
घायलों को तत्काल और बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए.
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के मुताबिक भगदड़ शनिवार, 15 फरवरी 2025 की देर रात हुई. हजारों यात्री प्रयागराज जाने वाली स्पेशल ट्रेन पकड़ने के लिए स्टेशन पर मौजूद थे. अचानक भीड़ अनियंत्रित हो गई, जिससे भगदड़ मच गई. कई यात्रियों को ट्रेन नहीं मिल पाई और उन्हें बिना यात्रा किए वापस लौटना पड़ा. इस घटना के बाद विपक्ष और सामाजिक संगठनों ने सरकार की जवाबदेही तय करने और भीड़ प्रबंधन में सुधार की मांग की है. अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है और क्या कोई ठोस जांच होती है.