New Delhi Railway Station Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार (15 फरवरी, 2025) की रात को भगदड़ मचने से 18 लोगों की मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि मरने वालों में 14 महिलाएं शामिल हैं तो वहीं 25 लोग घायल हुए हैं. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ के दो चश्मदीदों का बयान सामने आया है, जो प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर मौजूद थे. भगदड़ की तस्वीर भी आई है, जिसमें कुछ लोग अन्य लोगों को पानी पिलाते और सीपीआर देते नजर आ रहे हैं.
भगदड़ के दो चश्मदीदों तुषार और हिमांशु से बातचीत की गई है, जिन्होंने बताया कि हादसे के दौरान वे लोग प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर मौजूद थे. दोनों ये देखने गए थे कि प्लेटफॉर्म और रेलवे स्टेशन की क्या स्थिति है, क्योंकि इनके परिजनों को भी दो दिन बाद प्रयागराज के लिए निकलना था. दोनों ने बताया कि अचानक से भगदड़ हुई, जिसमें कई लोग दब गए. दोनों ने बताया कि उनके सामने कई लोग बेहोश हो गए थे.
भीड़ में दबी मिली छोटी बच्ची
तुषार और हिमांशु ने बताया कि कुछ लोगों ने पानी पिलाकर या CPR देकर लोगों की मदद करने की कोशिश की. एक छोटी बच्ची उन्हें भीड़ में दबी मिली, दोनों ने उसे निकालने की कोशिश की. उसे अस्पताल लेकर गए, लेकिन तब तक बच्ची ने दम तोड़ दिया था. इन दोनों ने ये भी बताया है कि प्रशासन की कोई खास व्यवस्था नहीं थी. लोग किसी भी तरह ट्रेन पर चढ़ने के लिए दौड़ रहे थे.
कैसे हुई भगदड़?
महाकुंभ के लिए जाने वाली दो ट्रेनें लेट हो गई थी, जिसके कारण बड़ी संख्या में लोग प्लेटफार्म पर जमा हो गए थे. लोग अपनी ट्रेनों का इंतजार कर ही रहे थे कि अचानक प्लेटफार्म पर अनाउंसमेंट हुआ और लोग एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म की ओर भागने लगे जिसकी वजह से भगदड़ मची. भगदड़ के प्रत्यक्ष दर्शन का कहना है कि इस घटना के बाद घायलों को सहायता देने के लिए करीब 40 से 45 मिनट का वक्त लग गया.
यह भी पढ़ें- ‘हमें 26 साल हो गए, ऐसी भीड़ कभी नहीं देखी’, NDLS भगदड़ पर प्लेटफॉर्म पर दुकान लगाने वाले ने क्या बताया?