New Vice President 2025: देश के अगले उपराष्ट्रपति का चुनाव मंगलवार को होगा। मतदान सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे तक चलेगा। वोटों की गिनती शाम 6 बजे से शुरू हो जाएगी और उसी रात नतीजा भी आ जाएगा।
इस चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद वोट डालते हैं। राज्यसभा के मनोनीत सांसद भी वोटिंग में शामिल होते हैं। यह मतदान गुप्त मतदान (Secret Ballot) से होता है, यानी सांसद अपनी पसंद के अनुसार वोट कर सकते हैं। इसमें पार्टी व्हिप लागू नहीं होता, लेकिन ज्यादातर सांसद पार्टी की लाइन के हिसाब से ही वोट करते हैं।
उम्मीदवार कौन-कौन हैं?
- एनडीए (NDA) ने सी.पी. राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है।
- इंडिया ब्लॉक (INDIA) ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है।
जीत के लिए कितने वोट चाहिए?
लोकसभा में कुल 542 और राज्यसभा में 239 सांसद हैं। यानी कुल 781 सांसद वोट डाल सकते हैं। इसमें से जीत के लिए कम से कम 391 वोटों की जरूरत है।
किसके पास कितनी ताकत?
- एनडीए (NDA) के पास पहले से ही 425 सांसद हैं।
- इसके अलावा एनडीए को कुछ अन्य दलों का समर्थन भी मिल रहा है।
YSRCP का समर्थन NDA को
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) ने साफ कहा है कि वे एनडीए को वोट देंगे।
- राज्यसभा में YSRCP के 7 सांसद हैं।
- लोकसभा में YSRCP के 4 सांसद हैं।
यानी कुल 11 वोट एनडीए के खाते में और जुड़ जाएंगे। इस तरह एनडीए का आंकड़ा 436 तक पहुंच गया है।
इसके अलावा बीजेपी को उम्मीद है कि आम आदमी पार्टी की सांसद स्वाति मालीवाल भी एनडीए को वोट दे सकती हैं।
BRS और BJD का रुख
- बीआरएस (BRS) के पास राज्यसभा में 4 सांसद हैं। लेकिन बीआरएस अभी खुलकर एनडीए के साथ नहीं आ रहा। वजह है कि तेलंगाना की जुबली हिल्स विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है, जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या काफी ज्यादा है। ऐसे में बीआरएस मतदान से गैरहाजिर रह सकता है।
- बीजेडी (BJD) के पास 7 सांसद हैं। संभावना है कि बीजेडी एनडीए का समर्थन कर दे। बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक इस समय दिल्ली में हैं और उनके समर्थन पर चर्चा हो सकती है।
निर्दलीय और छोटे दलों का वोट
लोकसभा में 7 निर्दलीय सांसद हैं, जिनमें से 3 के रुख को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है। इसके अलावा अकाली दल, जेडपीएम और वीओटीटीपी के एक-एक सांसद हैं, जिनका रुख भी अभी तय नहीं है। वहीं, विपक्ष (INDIA ब्लॉक) के पास अभी लगभग 324 वोट हैं।
जीत का अंतर कितना हो सकता है?
- 2022 के चुनाव में एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ ने विपक्ष की मार्गरेट अल्वा को 346 वोटों के बड़े अंतर से हराया था।
- इस बार विपक्ष पहले से मजबूत स्थिति में है। इसलिए जीत का अंतर कम हो सकता है। अनुमान है कि इस बार जीत का अंतर 100 से 125 वोटों के बीच रह सकता है।
NDA और INDIA दोनों की नजर एक-एक वोट पर
एनडीए और इंडिया दोनों खेमों ने अपने सांसदों को वोट डालने की पूरी ट्रेनिंग दी है, ताकि कोई भी वोट गलत न पड़े या निरस्त न हो। दोनों गठबंधनों की नजर उन सांसदों पर भी है, जो पार्टी लाइन से हटकर क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं।