Trump On China: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को लेकर अपनी रणनीति साफ कर दी है. उन्होंने साफ कहा है कि वह चीन के साथ दोस्ताना व्यवहार चाहते हैं और उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में सभी प्रमुख देश मिलकर काम करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि हमें एक-दूसरे के खिलाफ पैसा खर्च करने के बजाय अच्छे कामों और उद्देश्यों पर इसे खर्च करना चाहिए. ट्रंप ने यह बात पीएम मोदी के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक सवाल के जवाब में कही.
एएनआई की ओर से डोनाल्ड ट्रंप से पूछा गया कि वह चीन को काउंटर करने के लिहाज से भारत-अमेरिकी संबंधों को कैसे देखते हैं? इस पर ट्रंप ने कहा, ‘मुझे लगता है कि चीन के साथ हमारे संबंध बहुत अच्छे रहेंगे. कोविड-19 से पहले तक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और मेरे संबंध बहुत अच्छे थे. चीन दुनिया में एक बड़ा महत्वपूर्ण खिलाड़ी है. मुझे लगता है कि वह रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने में हमारी मदद कर सकता है. मुझे उम्मीद है कि चीन, भारत, रूस और अमेरिका सभी साथ मिल कर काम कर सकते हैं. यह बहुत जरूरी भी है.’
‘एक-दूसरे के खिलाफ पैसा खर्च क्यूं करें?’
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘मैंने अपने पहले कार्यकाल में परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात की थी. इस पहल में उनकी सकारात्मक प्रतिक्रिया आई थी. ठीक इसी तरह इस मामले में मेरी बात चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी हुई और उन्होंने भी बहुत अच्छी प्रतिक्रिया दी थी. हम लोग 900 बिलियन डॉलर डिफेंस पर खर्च करते हैं. चीन भी 450 बिलियन डॉलर तक खर्च करता है. हम यह पैसा एक-दूसरे के खिलाफ खर्च करते हैं. क्यों न हम इस पैसे को अच्छे प्रयासों के लिए खर्च करें. और मैं आपको आश्वासन देता हूं कि आगे ऐसा ही कुछ अच्छा होगा.’
‘संघर्ष खत्म करने के लिए बात करूंगा’
ट्रंप ने कहा, ‘मैं जब सत्ता में था तब न तो इजरायल-हमास के बीच जंग छिड़ी थी, न ही रूस-यूक्रेन युद्ध हो रहा था. अब जब मैं वापस सत्ता में आया, तो पूरी दुनिया में आग लगी हुई है. मुझे पहले यह आग बुझानी है. इसके बाद मैं रूस और चीन के साथ बैठकर आपसी संघर्ष खत्म करने के लिए जरूरी चीजों पर बात करूंगा.’
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