चंडीगढ़ में जीरकपुर बॉर्डर पर होली के लिए शुक्रवार सुबह लगाए गए नाके पर कार ने पुलिस कर्मचारियों और एक व्यक्ति को कुचल दिया। हादसे में तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। कार की रफ्तार इतनी ज्यादा था कि तीनों लोग सुरक्षा के लिए लगाए गए कंटीले तारों में फंस गए और उनके शरीर के टुकड़े हो गए। मृतकों में कॉन्स्टेबल सुखदर्शन, होमगार्ड वॉलंटियर राजेश और एक व्यक्ति शामिल है। सूचना मिलते ही चंडीगढ़ की SSP कंवरदीप कौर खुद मौके पर पहुंचीं और घटना का जायजा लिया। पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ सेक्टर 31 पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। हादसे से जुड़ी 3 तस्वीरें… बलेनो गाड़ी को चेक कर रही थी पुलिस
पुलिस के मुताबिक चंडीगढ़-जीरकपुर नाके पर कॉन्स्टेबल सुखदर्शन और वॉलंटियर राजेश ने चेकिंग के लिए बलेनो गाड़ी रोकी हुई थी। तभी अचानक पीछे से तेज रफ्तार पोलो कार आई। उसने बलेनो गाड़ी और नाके पर खड़े पुलिसवालों को टक्कर मार दी। इस दौरान कार ड्राइवर भी पुलिस के साथ खड़ा था, टक्कर में तीनों लोग कार की चपेट में आ गए। पुलिस ने सुरक्षा के लिए नाके पर कंटीले तार लगाए हुए थे। तीनों उछलकर तारों में फंस गए और उनके शरीर के टुकड़े हो गए। पुलिस कर्मचारियों के हाथ और पैर तक अलग हो गए। CCTV से पुलिस ने आरोपी ड्राइवर पकड़ा
सूचना मिलते ही पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। आरोपी ड्राइवर अपनी कार मौके पर ही छोड़कर भाग गया। इसके बाद पुलिस ने आसपास CCTV कैमरे खंगाले शुरू किए। कार के नंबर के आधार पर पुलिस ने आरोपी की पहचान की और उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान चंडीगढ़ के हल्लोमाजरा के रहने वाले गोविंद के रूप में हुई है। बताया गया है कि जब उसने तीनों को कुचला तो वह नशे में था। पुलिस ने उसका मेडिकल करवा दिया है। कॉन्स्टेबल की पत्नी भी पुलिस में
मृतक कॉन्स्टेबल सुखदर्शन की पत्नी रेनू भी चंडीगढ़ पुलिस में ही हैं। वह सेक्टर-19 पुलिस स्टेशन में तैनात हैं। वहीं होमगार्ड राजेश पंजाब के गुरदासपुर के रहने वाले थे। वह सेक्टर-31 में ही रहते थे। इससे पहले वह ट्रैफिक पुलिस में पोस्टेड थे। वहीं मरने वाले तीसरे व्यक्ति की पहचान समर्थ दुआ के रूप में हुई है। वह पंजाब यूनिवर्सिटी के कैंपस में रहता था। वह नेशनल मोबाइल कंपनी में जॉब करता था।
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