पंजाब डेस्क। केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ किसान नेताओं की बातचीत के तुरंत बाद कई किसानों को बुधवार को हिरासत में लिया गया है। किसान नेताओं को हिरासत में लिए जाने को लेकर जमकर सियासत भी शुरू हो गई है। मीटिंग के बाद किसान आंदोलन 2.0 को लीड कर रहे कई किसान नेताओं सरवन सिंह पंढेर, अभिमन्यु कोहाड़, जगजीत सिंह डल्लेवाल, मनजीत राय, काका सिंह कोटड़ा और सुखविंदर कौर समेत कई को हिरासत में ले लिया है।
कांग्रेस ने AAP ने की निंदा
कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने किसान नेताओं की हिरासत की निंदा की और आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। साथ ही कांग्रेस ने आप के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार का “कायरतापूर्ण कृत्य” बताया। किसान यूनियन नेताओं के खिलाफ पंजाब पुलिस के एक्शन को लेकर कांग्रेस ने राज्य सरकार को घेर लिया है। कांग्रेस ने इस कदम को राज्य सरकार का “कायरतापूर्ण कृत्य” बताया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है कि सरकार ने बैठक के बहाने नेताओं को बुलाकर गिरफ्तार किया हो।
बाजवा ने कहा, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब के पूरे कृषि समुदाय की पीठ में छुरा घोंपा है। पंजाबी इसे कभी नहीं भूलेंगे और इस शर्मनाक कृत्य के लिए उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे।
BJP ने भी आप को घेरा
जहां एक तरफ कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को घेरने का काम किया है. वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी ने भी आप पर हमला किया है. बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने आरोप लगाया कि पंजाब की आप सरकार केंद्र और किसानों के बीच बातचीत को ”बर्बाद” करने की कोशिश कर रही है।