पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा है कि जब तक भारत और पाकिस्तान के रिश्ते सामान्य नहीं हो जाते, तब तक दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह बयान एशिया कप में होने वाले भारत-पाकिस्तान मैच से पहले दिया।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली भिड़ंत
भारत और पाकिस्तान ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार क्रिकेट मैदान पर आमने-सामने होंगे। इस हाई-वोल्टेज मुकाबले को लेकर दोनों टीमों के कप्तान भारत के कप्तान सूर्यकुमार यादव व पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आघा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस मैच को हल्के में नहीं लिया जाएगा और दोनों टीमें पूरा दम लगाकर खेलेंगी।
हरभजन सिंह का साफ संदेश
भज्जी ने कहा, “भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला हर मैच चर्चा में रहता है। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बाद लोगों ने कहा कि दोनों देशों के बीच न क्रिकेट होना चाहिए और न व्यापार।” “हमने वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेला।” “यह मेरी व्यक्तिगत राय है कि जब तक रिश्ते सुधर नहीं जाते, क्रिकेट और व्यापार दोनों नहीं होना चाहिए।” हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर सरकार कहती है कि मैच खेलना चाहिए तो खेला जाना चाहिए।
भारतीय टीम की ताकत पर भरोसा
हरभजन सिंह ने भारतीय टीम की ताकत की भी तारीफ की। उन्होंने कहा “भले ही रोहित शर्मा और विराट कोहली संन्यास ले चुके हैं, लेकिन टीम इंडिया अब भी बहुत मजबूत है।” “अगर कोई टीम इंडिया को हरा सकती है, तो वह खुद टीम इंडिया है।”
एशिया कप जीतने का विश्वास
भज्जी ने कहा कि दुबई में खेलना भारतीय टीम के लिए घर जैसा अनुभव है। वहां की पिचें स्पिनर्स के लिए मददगार रहती हैं। उन्हें पूरा भरोसा है कि भारतीय टीम इस बार एशिया कप का खिताब जीतकर लौटेगी।