London Protest: शनिवार को लंदन की सड़कों पर बड़ी हलचल देखने को मिली। ‘यूनाइट द किंगडम’ नाम की रैली में 1 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए। यह रैली ब्रिटेन में अब तक की सबसे बड़ी दक्षिणपंथी (राइट-विंग) रैलियों में गिनी जा रही है। इस रैली का नेतृत्व एंटी-इमिग्रेशन (अवैध प्रवास विरोधी) नेता टॉमी रॉबिन्सन ने किया। टॉमी रॉबिन्सन का असली नाम स्टीवेन क्रिस्टोफर यारवेल है। वह ब्रिटेन के सबसे चर्चित और विवादास्पद दक्षिणपंथी नेताओं में से एक माने जाते हैं। वह खासकर आव्रजन-विरोधी और इस्लाम-विरोधी विचारों के लिए जाने जाते हैं।
रैली के दौरान हिंसा
रैली के दौरान हालात बिगड़ गए। यह रैली लंदन के व्हाइट हॉल इलाके में हुई। इसी समय वहां ‘स्टैंड अप टू रेसिज्म’ नाम का एक और प्रदर्शन चल रहा था, जिसमें करीब 5,000 लोग शामिल थे। पुलिस को दोनों समूहों को अलग रखने में काफी मुश्किल हुई। इसी दौरान झड़प हो गई।
झड़प में 26 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इनमें से 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है। कई पुलिसवालों के दांत और नाक टूट गए तथा सिर में चोट लगी।पुलिस ने 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।
प्रदर्शन का कारण
रैली में शामिल लोग ब्रिटेन में अवैध प्रवास (Illegal Immigration) के खिलाफ थे। उनकी मुख्य मांगें थीं। जो लोग बिना अनुमति ब्रिटेन में आए हैं, उन्हें देश से बाहर किया जाए। सरकार को अवैध प्रवास रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।
हाल की घटनाएं
इस साल अब तक 28 हजार से ज्यादा प्रवासी इंग्लिश चैनल के रास्ते नावों से ब्रिटेन पहुंचे हैं। इसके अलावा, हाल ही में एक इथियोपियाई प्रवासी द्वारा 14 साल की लड़की से यौन शोषण की घटना हुई थी। इस घटना ने लोगों का गुस्सा और बढ़ा दिया। लोगों का कहना है कि सरकार और पुलिस अवैध आव्रजन को रोकने में नाकाम रही है।
आगे क्या हो सकता है?
इस रैली के बाद ब्रिटेन में इमिग्रेशन नीति पर राजनीतिक बहस और तेज हो गई है। सरकार पर सख्त कानून लाने का दबाव बढ़ गया है। विपक्षी पार्टियां भी इस मुद्दे पर अपनी रणनीतियां तैयार कर रही हैं। अगर सरकार ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाए, तो आने वाले समय में और भी बड़े प्रदर्शन हो सकते हैं।