मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से एक गंभीर और संवेदनशील मामला सामने आया है। यहां एक मुस्लिम युवक द्वारा एक कांवड़ पर थूक देने के बाद कांवड़ियों में भारी नाराज़गी फैल गई। कांवड़ियों ने सड़क जाम कर दिया और हंगामा करने लगे। हालांकि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर स्थिति को संभाला और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
क्या हुआ था?
यह घटना सोमवार को पुरकाजी कस्बे में हुई। दिल्ली के रहने वाले अंशुल शर्मा और उनकी बहन मुस्कान अपनी-अपनी कांवड़ लेकर हरिद्वार से दिल्ली के लिए पैदल यात्रा कर रहे थे। मुस्कान के मुताबिक, जब वे पुरकाजी पहुंचे तो वह थोड़ी देर के लिए रुककर मुंह धो रही थीं। इसी बीच उनके भाई की 101 लीटर गंगाजल वाली कांवड़ पास में रखी थी।
तभी वहां मौजूद एक युवक, जिसका नाम उस्मान है, ने कांवड़ पर थूक दिया। यह देखकर आसपास के सभी कांवड़िए गुस्से में आ गए और सड़क पर जाम लगा दिया। भीड़ में से कुछ लोग एक घर में घुसने की कोशिश भी करने लगे।
पुलिस ने संभाला मामला
घटना की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को शांत करने की कोशिश की। कई घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने कांवड़ियों से बातचीत की और हरिद्वार से दोबारा पवित्र गंगाजल मंगाकर उन्हें सौंपा ताकि उनकी यात्रा आगे जारी रह सके।
आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपी युवक उस्मान पुत्र घसीटा को पकड़ लिया है। उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। हालांकि जांच में पता चला कि वह मूकबधिर (सुन और बोल नहीं सकता) है। इसलिए पुलिस ने इशारों की भाषा (साइलेंट लैंग्वेज) जानने वाले विशेषज्ञों की मदद से उससे पूछताछ शुरू की है।
आरोपी से माफी भी मंगवाई
जब पीड़ित कांवड़ियों की टोली पुरकाजी से आगे बढ़कर शिव चौक पहुंची, तो वहां एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने उनसे मुलाकात की। पुलिस ने वीडियो कॉल पर आरोपी उस्मान को कांवड़ियों के सामने लाकर उससे हाथ जोड़कर माफी मंगवाई। इसके बाद कांवड़िए संतुष्ट हुए और अपनी यात्रा जारी रखी।
पुलिस का बयान
एसपी सिटी ने बताया, “महिला कांवड़िया कुछ देर के लिए रुककर मुंह धो रही थी। इसी दौरान एक युवक ने उनकी कांवड़ पर थूक दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को संभाला। हरिद्वार से दोबारा गंगाजल मंगाकर कांवड़ियों को सौंपा गया। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और कानूनी कार्रवाई की जा रही है।” उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी मूकबधिर लगता है और इशारों की भाषा के जानकारों की मदद से उससे पूछताछ की जा रही है।
पीड़ित कांवड़िया ने क्या कहा?
पीड़ित मुस्कान ने बताया, “हम हरिद्वार से दिल्ली जा रहे थे। पुरकाजी में हमारी कांवड़ खंडित हुई। हम लोग विश्राम नहीं कर रहे थे, बल्कि चल रहे थे। मैं थोड़ा रुककर मुंह धो रही थी। भाई की 101 लीटर वाली कांवड़ पास में रखी थी। तभी दूसरे समुदाय के लड़के ने उस पर थूक दिया।”