Earthquake: अफगानिस्तान के दक्षिण-पूर्वी इलाकों में देर रात एक जोरदार भूकंप आया। इस भूकंप ने भारी तबाही मचाई। कई घर पूरी तरह से ढह गए और लोग मलबे में दब गए। वहीं, भूकंप का असर सिर्फ अफगानिस्तान तक ही सीमित नहीं रहा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में भी तेज झटके महसूस किए गए। भारत की राजधानी दिल्ली और एनसीआर तक धरती हिली। दिल्ली एनसीआर में हल्के झटके आए, जिससे लोग डरकर घरों से बाहर निकल गए।हालांकि, यहां किसी तरह की जान-माल की हानि नहीं हुई।
भारी तबाही और जान-माल का नुकसान अनुमान
भूकंप की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि चारों तरफ हड़कंप मच गया। इस हादसे में 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। कई लोग बुरी तरह घायल हो गए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है।
भूकंप कब और कहाँ आया?
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार भूकंप का केंद्र जलालाबाद से 27 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में था। यह धरती की सतह से 8 किलोमीटर नीचे आया। भूकंप का समय था रविवार और सोमवार की रात 12:47 बजे।
क्यों आते हैं इस इलाके में बार-बार भूकंप?
हिंदूकुश पर्वतीय इलाका भूकंप के लिहाज से बहुत संवेदनशील है। यहां भारतीय प्लेट और यूरोशियन प्लेट आपस में टकराती और खिसकती रहती हैं। इसी वजह से यहां लगातार भूकंपीय गतिविधियां होती रहती हैं।
पिछले महीने भी यहां झटके महसूस किए गए थे
- 2 अगस्त को 5.5 तीव्रता का भूकंप आया था।
- 6 अगस्त को 4.2 तीव्रता का झटका महसूस हुआ था।