Himachal Flood : राजधानी शिमला के ढली-कैथलीघाट फोरलेन का डंगा (दीवार) लिंडीधार में गिर गया। इससे वहां पास के पांच घरों को खतरा हो गया है। चार दिन पहले भी इस डंगे का एक हिस्सा गिर चुका था। स्थानीय लोग ऋषि राठौर और अनिल का कहना है कि फोरलेन बनाने की वजह से यह दीवारें कमजोर हो गईं और टूट रही हैं। इस वजह से लोग डर में हैं और कई परिवार अपने घरों से बाहर रह रहे हैं। यह डंगा करीब 90 फीट ऊंचा है।
चंबा में बारिश से मकान गिरा, 1 की मौत
बुधवार रात चंबा के जडेरा गांव में तेज बारिश के कारण एक शेडनुमा मकान गिर गया। दो लोग इसके मलबे में दब गए। इनमें से एक की मौके पर ही मौत हो गई।
मंडी में बादल फटा, अब तक 16 की जान गई
मंडी जिले में 30 जून की रात बादल फटने से आई बाढ़ में एक और शव मिला है। यह शव सराज के केलटी इलाके से मिला। इस जिले में अब तक इस आपदा में 16 लोग मारे जा चुके हैं और 57 लोग अब भी लापता हैं। जंजैहली में होटल क्लब महेंद्रा में ठहरे 60 पर्यटक सुरक्षित हैं। पुलिस ने उनसे संपर्क कर लिया है।
ड्रोन से की जाएगी लापता लोगों की तलाश
गोहर उपमंडल के स्यांज से लापता 7 लोगों की तलाश के लिए प्रशासन ड्रोन की मदद लेगा।
धर्मपुर, गोहर, सदर, पद्धर और सराज में सात राहत शिविर बनाए गए हैं, जिनमें अब तक 403 लोगों को ठहराया गया है।
इनमें से सबसे ज्यादा 280 लोग सराज के हैं।
राहत सामग्री पहुंचाने के लिए रोपवे का सहारा
मंडी के सराज हलके की 11 पंचायतों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है क्योंकि पुल और सड़कें टूट चुकी हैं।
अब माता बगलामुखी रोपवे के जरिए वहां राहत सामग्री भेजी जा रही है।
अब तक कितना नुकसान हुआ?
- 175 घर पूरी तरह टूट चुके हैं।
- 132 पशुशालाएं ढह गईं।
- 7 दुकानें भी नष्ट हो चुकी हैं।
किन जिलों में होगी बारिश?
- 4 जुलाई को: कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर, सोलन, सिरमौर और शिमला में भारी बारिश हो सकती है।
- 6, 7 और 8 जुलाई को: कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर, बिलासपुर और ऊना में बहुत ज्यादा बारिश होने की संभावना है।
सड़कें और बिजली-पानी पर असर
- अभी तक भूस्खलन की वजह से 246 सड़कें बंद पड़ी हैं।
- 404 ट्रांसफार्मर खराब हो गए हैं।
- 784 पानी की योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं।
चंबा में बारिश से मकान गिरा, 1 की मौत
बुधवार रात चंबा के जडेरा गांव में तेज बारिश के कारण एक शेडनुमा मकान गिर गया।
दो लोग इसके मलबे में दब गए। इनमें से एक की मौके पर ही मौत हो गई।
मंडी में बादल फटा, अब तक 16 की जान गई
मंडी जिले में 30 जून की रात बादल फटने से आई बाढ़ में एक और शव मिला है।
यह शव सराज के केलटी इलाके से मिला।
इस जिले में अब तक इस आपदा में 16 लोग मारे जा चुके हैं और 57 लोग अब भी लापता हैं।
जंजैहली में होटल क्लब महेंद्रा में ठहरे 60 पर्यटक सुरक्षित हैं। पुलिस ने उनसे संपर्क कर लिया है।
ड्रोन से की जाएगी लापता लोगों की तलाश
गोहर उपमंडल के स्यांज से लापता 7 लोगों की तलाश के लिए प्रशासन ड्रोन की मदद लेगा।
धर्मपुर, गोहर, सदर, पद्धर और सराज में सात राहत शिविर बनाए गए हैं, जिनमें अब तक 403 लोगों को ठहराया गया है।
इनमें से सबसे ज्यादा 280 लोग सराज के हैं।
राहत सामग्री पहुंचाने के लिए रोपवे का सहारा
मंडी के सराज हलके की 11 पंचायतों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है क्योंकि पुल और सड़कें टूट चुकी हैं।
अब माता बगलामुखी रोपवे के जरिए वहां राहत सामग्री भेजी जा रही है।
अब तक कितना नुकसान हुआ?
- 175 घर पूरी तरह टूट चुके हैं।
- 132 पशुशालाएं ढह गईं।
- 7 दुकानें भी नष्ट हो चुकी हैं।
आने वाले दिनों का मौसम: भारी बारिश की चेतावनी
किन जिलों में होगी बारिश?
मौसम विभाग के अनुसार:
- 4 जुलाई को: कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर, सोलन, सिरमौर और शिमला में भारी बारिश हो सकती है।
- 6, 7 और 8 जुलाई को: कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर, बिलासपुर और ऊना में बहुत ज्यादा बारिश होने की संभावना है।
इससे नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है।
सड़कें और बिजली-पानी पर असर
- अभी तक भूस्खलन की वजह से 246 सड़कें बंद पड़ी हैं।
- 404 ट्रांसफार्मर खराब हो गए हैं।
- 784 पानी की योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं।