नवरात्रि 2025: नवरात्रि का पावन पर्व इस साल 22 सितंबर 2025 से शुरू होकर 2 अक्टूबर 2025 को समाप्त होगा। हर साल नवरात्रि खास होती है, लेकिन इस बार ग्रह-नक्षत्रों का एक अनोखा योग बन रहा है जिसे महालक्ष्मी राजयोग कहा जाता है। ज्योतिष के अनुसार, यह योग बहुत शुभ माना जाता है और कुछ खास राशियों के लिए यह समय भाग्यशाली साबित हो सकता है।
महालक्ष्मी राजयोग कैसे बन रहा है?
- तारीख: 24 सितंबर 2025
- स्थिति: इस दिन चंद्रमा अपनी चाल बदलकर तुला राशि में प्रवेश करेंगे।
- मंगल का प्रभाव: तुला राशि में पहले से मंगल मौजूद होंगे।
- योग का निर्माण: जब चंद्रमा (धन और सुख का कारक) और मंगल (साहस और ऊर्जा का ग्रह) साथ आते हैं, तो महालक्ष्मी राजयोग बनता है।
यह योग धन, समृद्धि, सफलता और जीवन में नई ऊर्जा लेकर आता है। इसे ज्योतिष में बहुत शुभ और दुर्लभ संयोग माना जाता है।
किन राशियों को मिलेगा सबसे ज्यादा लाभ?
तुला राशि (Libra)
- क्योंकि यह योग तुला राशि में बन रहा है, इसलिए इसका सबसे बड़ा असर तुला राशि वालों पर होगा।
- आर्थिक फायदा: पैसों से जुड़ी चिंताएं खत्म हो सकती हैं। रुके हुए पैसे वापस मिलेंगे और अचानक धन लाभ के योग हैं।
- करियर और बिजनेस: नौकरी में प्रमोशन, वेतन वृद्धि या नया प्रोजेक्ट मिल सकता है। व्यापारियों को नए सौदे और लाभ के अवसर मिलेंगे।
- रिश्ते: परिवार में खुशियां बढ़ेंगी और प्रेम संबंधों में मधुरता आएगी।
मकर राशि (Capricorn)
- मकर राशि वालों के लिए यह योग कर्म और लाभ भाव में बन रहा है, जो उनके लिए बेहद शुभ है।
- सफलता: आपके प्रयास सफल होंगे और आपके काम की सराहना होगी।
- नौकरी में तरक्की: ऑफिस में सीनियर्स का सपोर्ट मिलेगा और आपकी पोजीशन मजबूत होगी।
- निवेश: शेयर मार्केट, प्रॉपर्टी या किसी भी तरह के निवेश के लिए यह समय अच्छा है।
कुंभ राशि (Aquarius)
- कुंभ राशि वालों के लिए यह योग भाग्य भाव में बन रहा है, जिससे किस्मत आपका साथ देगी।
- भाग्य का साथ: लंबे समय से अटके हुए काम पूरे होंगे।
- यात्रा के योग: विदेश यात्रा या लंबी दूरी की यात्रा लाभदायक साबित होगी।
- आत्मविश्वास में बढ़ोतरी: मुश्किल हालात में भी आप आत्मविश्वास से सही निर्णय ले पाएंगे।
नवरात्रि में क्या करें?
महालक्ष्मी राजयोग का असर और बढ़ाने के लिए नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा, व्रत और ध्यान करना बहुत शुभ रहेगा। माता लक्ष्मी की आराधना से घर में सुख-समृद्धि और धन की वृद्धि होगी।