नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो की यात्रा के दौरान भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात की और वहां की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर को भारत की पवित्र यादें भेंट कीं। इस मौके पर उन्होंने कई बातें साझा कीं, जिन्हें आसान भाषा में समझते हैं।
महाकुंभ और सरयू नदी का पवित्र जल भेंट
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि इस साल की शुरुआत में भारत में दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक कार्यक्रम महाकुंभ हुआ था। वे महाकुंभ के पवित्र जल और अयोध्या की सरयू नदी का जल साथ लेकर आए थे। उन्होंने त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर से कहा कि वे यह पवित्र जल वहां की गंगा धारा में अर्पित करें।
गंगा धारा में अर्पित किया गया पवित्र जल
प्रधानमंत्री मोदी के अनुरोध पर प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर ने वहां की गंगा धारा में महाकुंभ और सरयू का जल अर्पित किया। यह कार्यक्रम बहुत भावुक और ऐतिहासिक रहा, जहां भारतीय संस्कृति और परंपराओं का सम्मान हुआ।
अयोध्या के श्रीराम मंदिर की प्रतिमा भेंट
प्रधानमंत्री मोदी ने कमला प्रसाद-बिसेसर को अयोध्या में 500 साल बाद बने श्रीराम मंदिर की एक सुंदर प्रतिमा भी भेंट की। यह प्रतिमा भारत और त्रिनिदाद के रिश्तों और सांस्कृतिक जुड़ाव का प्रतीक मानी गई।
कमला प्रसाद-बिसेसर हैं बिहार की बेटी
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि प्रधानमंत्री कमला के पूर्वज बिहार के बक्सर जिले से थे। कमला जी खुद भी बक्सर जा चुकी हैं और वहां के लोगों ने उन्हें हमेशा “बिहार की बेटी” कहा मोदी जी ने यह भी कहा कि यहां मौजूद कई लोगों के पूर्वज भी बिहार से ही आए हैं।
बिहार की विरासत पर पीएम मोदी का संदेश
मोदी जी ने बिहार की महिमा का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा बिहार की धरती ने लोकतंत्र, राजनीति, कूटनीति और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में दुनिया को दिशा दी है। आने वाले समय में भी बिहार से नई प्रेरणाएं और नए अवसर निकलते रहेंगे।